”कॉप-14” में बोले पीएम मोदी- हम पर्यावरण संरक्षण पर गंभीर, सिंगल यूज प्‍लास्टिक को अलविदा कहे दुनिया

नोएडा :दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में संयुक्‍त राष्‍ट्र के तत्‍वावधान में आयोजित कॉन्‍फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप) के 14वें सम्‍मेलन को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया. इस कॉन्‍फ्रेंस में करीब 200 देशों से प्रतिनिधि जुटे हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण में पर्यावरण बचाने का संदेश दिया वहीं ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2019 11:17 AM
नोएडा :दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में संयुक्‍त राष्‍ट्र के तत्‍वावधान में आयोजित कॉन्‍फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप) के 14वें सम्‍मेलन को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया. इस कॉन्‍फ्रेंस में करीब 200 देशों से प्रतिनिधि जुटे हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण में पर्यावरण बचाने का संदेश दिया वहीं ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से दनिया को आगाह किया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्‍लास्टिक का कचरा भी मरुस्‍थलीकरण को बढ़ा रहा है. प्‍लास्टिक का कचरा न केवल स्‍वास्‍थ्‍य का प्रभावित कर रहा है, यह धरती की उर्वरता के लिए भी समस्‍याएं पैदा कर रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने की ओर बढ़ चुका है. कहा कि दुनिया को भी जल्द ही सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर रोक लगानी होगी.
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भारत ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत काफी सफलता पाई है, आज भारत में शौचालयों की संख्या 38 से 99 फीसदी तक पहुंची है. पीएम मोदी ने ऐलान किया कि भारत आने वाले समय में बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने की ओर कदम बढ़ा रहा है, भारत 21 मिलियन हेक्टेयर्स से लेकर 26 मिलियन हेक्टयर्स बंजर भूमि को 2030 तक उपजाऊ करेगा.
उन्होंने कहा भारत में भूमि की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हमारी संस्‍कृति में धरती को मां माना गया है. भारत के लोग सुबह सोकर उठने के बाद धरती को प्रणाम कर दिन की शुरुआत करते हैं. हम भारतीय प्रात:काल धरती पर पैर रखने से पहले ‘समुद्र वसने देवी पर्वतस्‍तन मंडले, विष्‍णु पत्‍नी नमस्‍तुभ्‍यम्, पाद स्‍पर्श क्षमस्‍वमे’ की प्रार्थना करते हैं.
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कहा कि आज दुनिया में लोगों को क्लाइमेट चेंज के मसले पर नकारात्मक सोच का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह से समुद्रों का जल स्तर बढ़ रहा है, बारिश, बाढ़ और तूफान हर जगह इसका असर देखने को मिल रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने इस मसले पर तीन बड़े कार्यक्रमों का आयोजन किया है, इससे हमारी कोशिशों के बारे में दुनिया को पता लगता है. उन्होंने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और भूमि क्षरण के मसले पर दुनिया में कई कदम उठाने को तैयार है. पीएम बोले कि आज दुनिया में पानी की समस्या काफी बढ़ी है, दुनिया को आज पानी बचाने के मसले पर एक सेमिनार बुलाने की जरूरत है जहां पर इन मसलों का हल निकाला जा सके.
भारत पानी बचाने, पानी का सही इस्तेमाल करने की ओर कदम बढ़ा चुका है. पीएम मोदी बोले कि भारत ने ग्रीन कवर (पेड़ों की संख्या) को बढ़ाया, 2015-2017 के बीच भारत का जंगल क्षेत्र बढ़ा है.
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पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर भी मौजूद हैं. इस कार्यक्रम में पहले मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ को भी पहुंचना था, लेकिन दिल्‍ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से प्रस्‍तावित मुलाकात के कारण उनका यह कार्यक्रम रद्द हो गया है.
बता दें कि ग्रेटर नोएडा के एक्‍स्‍पो मार्ट में चल रहे कॉप- 14 कार्यक्रम में करीब 196 देश हिस्‍सा ले रहे हैं. 2 सिंतबर को कॉप-14 सम्मेलन की शुरुआत हुई थी. इसका उद्घाटन पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया था. कॉप 14 सम्मेलन का मकसद दुनिया को बढ़ते मरूस्थलीकरण से बचाना है. यह कार्यक्रम संयुक्‍त राष्‍ट्र के तत्‍वावधान में हो रहा है.
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इसमें धरती पर जलवायु परिवर्तन, नष्ट होती जैव विविधता, मरुस्थलीकरण जैसे बढ़ते खतरों से निपटने को लेकर मंथन होगा। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दो सितंबर से शुरू हुए इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया था.

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