जासूसी मामले को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा
जासूसी मामले को गृह मंत्री राजनाथ ने झूठा और बेबुनियाद बताया जासूसी मामला पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठा:गडकरी नयी दिल्ली : नितिन गडकरी के घर जासूसी की खबरों को लेकर आज संसद में जोरदार हंगामा हुआ. मामले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया. राजनाथ सिंह ने निगरानी उपकरण पाये जाने की खबरों […]
जासूसी मामले को गृह मंत्री राजनाथ ने झूठा और बेबुनियाद बताया
जासूसी मामला पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठा:गडकरी
नयी दिल्ली : नितिन गडकरी के घर जासूसी की खबरों को लेकर आज संसद में जोरदार हंगामा हुआ. मामले में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया. राजनाथ सिंह ने निगरानी उपकरण पाये जाने की खबरों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि खुद केंद्रीय मंत्री इसे खारिज कर चुके हैं.
इधर लोकसभा में विपक्ष ने हंगामा करते हुए सरकार को घेरने का प्रयास किया. कांग्रेस ने जासूसी मामले में प्रधानमंत्री को बयान देने की मांग की. लोकसभा में भी राजनाथ सिंह ने बयान देते हुए कहा कि मंत्री नितिन गडकरी को लेकर जो खबरें समाचार पत्रों में छपी है वह पूरी तरह से बेबुनियाद और झूठा है.
सदन की बैठक शुरु होते ही कांग्रेस के सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के घर कथित तौर पर निगरानी संबंधी उपकरण पाये जाने का मुद्दा उठाया. कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि विपक्ष के तत्कालीन नेता और अब सदन के नेता अरुण जेटली के कथित तौर पर फोन कॉल अनधिकृत तरीके से रिकॉर्ड किए जाने का मुद्दा इसी सदन में उठा था और उस पर चर्चा की गई थी. अब वर्तमान केंद्रीय मंत्री की निगरानी किए जाने की खबरें हैं. यह मुद्दा बेहद गंभीर है और उस पर सदन में चर्चा की जानी चाहिए.
सभापति हामिद अंसारी ने उनसे यह मुद्दा शून्यकाल में उठाने और प्रश्नकाल चलने देने को कहा. लेकिन कांग्रेस के सदस्य अपनी मांग पर कायम रहे. वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कल्पना और हकीकत में बहुत अंतर होता है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री इस बारे में बयान देंगे.
गृह मंत्री ने कहा कि मीडिया की इन खबरों में कोई सचाई नहीं है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के शयनकक्ष में उच्च क्षमता वाला श्रवण उपकरण पाया गया है. उन्होंने कहा कि खुद गडकरी इन खबरों को बेबुनियाद और तथ्यात्मक रुप से गलत बता चुके हैं.
सिंह ने कहा कि इस संबंध में गडकरी ने या किसी और ने कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई है. लेकिन सिंह के जवाब से असंतुष्ट सदस्यों का हंगामा जारी रहा जिसके बाद सभापति ने कार्रवाई शुरु होने के कुछ ही देर बाद बैठक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी.