पुणे :महाराष्ट्र के पुणे जिले में लगातार बारिश के कारण जमीन धंसने सेअंबेगाव तालुकाकामालिन गांवजमीन के नीचे दब गया है. अब तक इस दुर्घटना में 21 लोगों के मारे जाने की खबर है. 44 परिवार के लोग इस भूस्खलन से मलबे के अंदर दब गये हैं. अभी मलबे में 150 लोगों से अधिक के फंसे होने की आशंका है. राहत व बचाव कार्य अभी जारी है. देखें तस्वीरें…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में भूस्खलन में जान की क्षति पर शोक प्रकट किया और निर्देश दिया कि प्रभावित लोगों को हर सभंव सहायता मुहैया करायी जाए. पीएमओ के एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने हालात का जायजा लेने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पुणे जाने का निर्देश दिया है.
Loss of lives in landslide in Pune dist. is saddening. Spoke to Rajnath ji & he would be travelling to Pune to take stock of the situation.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 30, 2014
मुंबई से करीब सवा दो सौ किलोमीटर और पुणे से 130 किलोमीटर दूर स्थित अंबेगाव तालुकाकामालिन गांव आज सुबह करीब 6 बजे लैंड स्लाइड होने से पूरी तरह जमीन के नीचे दब गया. गौरतलब है कि यहां पिछले दो से तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. हादसे के बाद एनडीआरएफ की टीम और जिला प्रशासन तेजी से राहत कार्य में लगे हैं.
केंद्र ने भूस्खलन में फंसे लोगों के बचाव के लिए 300 एनडीआरएफ कर्मी पुणे भेजे हैं.यह गांव डंबे नाम के डैम के करीब है. लगातार बारिश के चलते इस डैम से भी पानी छोड़ा गया था. यह गांव भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग से 30 किलोमीटरदूर है.
लैंड स्लाइड से प्रभालित इस दूरदराज के गांव में अभी तक मलबे से दो शव निकाले गये हैं. मलबे में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए राहत कार्य जारी है.इधर खबर आयी है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्नी पृथ्वीराज चव्हाण और उपमुख्यमंत्नी अजीत पवार घटनास्थल का दौरा करेंगे. हादसे पर बयान देते हुए मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चौहान ने कहा कि मालिन गांव में 750 लोग रहते हैं. इनमें से 44 परिवार के लगभग 160 लोग हादसे के शिकार बने हैं और मलबे में फंसे हुए हैं.