याद नहीं कि राणे को मुख्यमंत्री पद के लिए आश्वासन मिला थाः चव्हाण
पुणे: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आज मंत्री नारायण राणे के उन दावों के प्रति अनभिज्ञता जाहिर की है, जिनमें राणे ने कहा था कि नौ साल पहले शिवसेना छोडने के बाद कांग्रेस में शामिल होते समय उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए आश्वासन मिला था. राणे के इस आक्षेप के बारे में चव्हाण ने […]
पुणे: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आज मंत्री नारायण राणे के उन दावों के प्रति अनभिज्ञता जाहिर की है, जिनमें राणे ने कहा था कि नौ साल पहले शिवसेना छोडने के बाद कांग्रेस में शामिल होते समय उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए आश्वासन मिला था.
राणे के इस आक्षेप के बारे में चव्हाण ने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि शिवसेना छोडने के बाद कांग्रेस में शामिल होते समय उन्होंने अपने राजनैतिक भविष्य के बारे में क्या सोचा था?’’ ‘‘वे इस मुद्दे (मुख्यमंत्री पद देने से मना किए जाने पर) को लेकर गुस्सा हैं लेकिन मुझे यह नहीं पता कि उन्होंने उस समय क्या समझा था और मुझे इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.’’महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में राजनैतिक तौर पर प्रभावी माने जाने वाले राणे ने आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस ने उस आश्वासन को पूरा नहीं किया, जिसमें उन्हें पार्टी में शामिल होने के छह माह के भीतर मुख्यमंत्री बनाने की बात कही गई थी.
चव्हाण के मंत्रिमंडल में उद्योगों का विभाग संभालने वाले राणे ने कांग्रेस आलाकमान से नाराजगी जताते हुए हाल ही में पद से इस्तीफा दिया है. उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि उनसे कथित तौर पर किया गया वादा कांग्रेस आलाकमान ने पूरा नहीं किया है.
उन्होंने चव्हाण पर भी हमला बोलते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र कांग्रेस निश्चित तौर पर आगामी विधानसभा चुनावों में हारने वाली है. चव्हाण ने एक मराठी खबरिया चैनल को बताया, ‘‘मैंने उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है और वे अब भी मेरे मंत्रिमंडल के सदस्य हैं. मैंने उनकी आकांक्षा की जानकारी पार्टी आलाकमान को दे दी है.
राणे दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात कर चुके हैं, जो इस बारे में फैसला करेगा.’’ जब उनसे पूछा गया कि क्या विधानसभा चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करने की उनकी काबिलियत पर राणे द्वारा सवाल उठाए जाने से उन्हें दुख पहुंचा तो मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझपर हुए निजी हमले की वजह से मुझे बुरा लगा. लेकिन पार्टी हित में मैंने उनसे बातचीत जारी रखी.’’