लगातार जारी बारिश और बाढ़ से हाहाकार, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात बेहाल
भारी बारिश से देश के कई राज्यों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है. गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान उन राज्यों में है जहां बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है लगातार आफत बनी बारिश के साथ ही राजस्थान में कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद कई इलाकों में बाढ़ के हालात […]
भारी बारिश से देश के कई राज्यों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है. गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान उन राज्यों में है जहां बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है लगातार आफत बनी बारिश के साथ ही राजस्थान में कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण अब तक ढाई सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. बारिश में ज्यादातर लोगों की मौत नदी और तालाब में डूबने से हुई है.
Rajasthan: Parts of Pratapgarh district are facing a flood-like situation due to rise in water level of Jakham and Mahi rivers following incessant heavy rainfall in the region. (14.09.2019) pic.twitter.com/Lcuege4FVb
— ANI (@ANI) September 15, 2019
राजस्थान स्थित कोटा बैराज से साढ़े पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके लिए बैराज के 18 गेट खोल दिए गए. जिला प्रशासन ने सभी से अलर्ट रहने के लिए कहा है. वहीं हडोती इलाके में बारिश से सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. वहीं बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ टीमों को भेजा जा रहा है. बाढ़ग्रस्त इलाकों को 9 हिस्सों में बांटा गया है और हर हिस्से के लिए आरएएस ऑफिसर तैनात किए गए हैं.
राजस्थान के प्रतापगढ़ में कुछ लोग जाखम नदी के टापू पर फंस गए. प्रशासन ने जिले के धरियावद इलाके में फंसे 9 लोगों को बचाने की कोशिश की. वहीं राजस्थान के ही खरौली जिले में भी चंबल नदी के पानी का लेवल बढ़ रहा है. पानी गोटा गांव में घुस गया, जिसके कारण इलाके में हड़कंप मच गया. इलाके के लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं. वहीं जिला प्रशासन को भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के आदेश मिले हैं.
वहीं गुजरात में भी भारी बारिश लोगों के लिए आफत बनी हुई है. देर रात 2 दर्जन लोगों को अलग-अलग अस्थायी बस्तियों से रेस्क्यू कराया गया. इसके अलावा मध्य प्रदेश में गांधी सागर बैराज के गेट खुलने और भारी बारिश के चलते चंबल नदी उफान पर है.चंबल नदी के किनारों पर बसे 12 अस्थायी बस्तियों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. कई लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. कई घर पूरी तरह से पानी में डूब गए हैं.