शरद पवार ने कहा- पाकिस्तान में मिला था बहुत प्यार, पड़ोसी देश को मुद्दा बनाकर पैदा किया जा रहा है डर

मुंबईः राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कश्मीर मसले पर भारत-पाक तनाव के बीच पाकिस्‍तान की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्‍तान दौरे पर गया जहां काफी आवभगत हुई थी. पाकिस्‍तानियों का भरोसा है कि भले ही वे अपने रिश्‍तेदारों से मिलने भारत नहीं आ सकते, लेकिन भारत से आने वाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2019 12:22 PM

मुंबईः राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कश्मीर मसले पर भारत-पाक तनाव के बीच पाकिस्‍तान की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्‍तान दौरे पर गया जहां काफी आवभगत हुई थी. पाकिस्‍तानियों का भरोसा है कि भले ही वे अपने रिश्‍तेदारों से मिलने भारत नहीं आ सकते, लेकिन भारत से आने वाले व्‍यक्ति को वे अपना रिश्‍तेदार ही मानते हैं और वैसा ही बर्ताव भी करते हैं.

शरद पवार ने आगे कहा कि भारत में लोग कहते हैं कि पाकिस्‍तानी लोगों के साथ अन्‍याय हो रहा है. वे खुश नहीं है लेकिन यह सब झूठ है. इस प्रकार के बयान बिना पाकिस्‍तान के वास्‍तविक हालात देखे सिर्फ यहां राजनीतिक लाभ उठाने के लिए दिए जा रहे हैं. यहां का सत्‍ताधारी वर्ग राजनीतिक लाभ के लिए ऐसे झूठ फैला रहा है.

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने को लेकर शरद पवार ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. पवार ने कहा कि फैसला स्थानीय कश्मीर के लोगों को विश्वास में लेकर करना चाहिए था, अंधेरे में रख कर नहीं. उन्होंने कहा कि देश में बीजेपी ने इस मुद्दे को ऐसे उठाया जैसे कश्मीर पाकिस्तान का हिस्सा था भारत का नहीं.

पवार ने सवाल किया कि सरकार ने जो कश्मीर में किया, वह पूर्वी भारत के राज्यों में क्यों नहीं किया? शरद पवार ने आगे कहा कि देश में सांप्रदायिकता का माहौल बनाया जा रहा. पाकिस्तान का मुद्दा उठाया जा रहा है और लोगों के मन में डर पैदा किया जा रहा है. इस दौरान शरद पवार ने भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) के मुद्दे पर कहा कि पहले इस तरह की घटना सुनाई नहीं देती थी लेकिन अब ऐसी घटनाएं अक्सर होती हैं. अगर देश को विकास के पथ पर आगे ले जाना है, तो भाईचारे और सांप्रदायिक सद्भाव की भावना जरूरी है.

शरद पवार के बयान पर शिवसेना ने हमला बोला है. बयान पर आक्रामक शिवसेना की विधायक और प्रवक्‍ता मनीषा काएंदे ने बयान को निंदनीय बताते हुए कहा, पवार के नेता और कार्यकर्ता उनको छोड़ कर जा रहे हैं, उनके मन में विफलता है. ऐसे मौके पर पाकिस्तान की प्रशंसा करना कितना उचित है ? कहीं पवार के मन में ऐसा तो नहीं कि पाकिस्तान से कार्यकर्ता आयात किए जाएं?’ .

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