मेरी किताब से सामने आयेगा सच:सोनिया
नयी दिल्ली : नटवर सिंह की किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं खुद अपनी किताब लिखूंगी, तभी सच सामने आयेगा. सोनिया ने कहा कि मैं नटवर सिंह के आरोपों से आहत नहीं हूं. मैंने अपनी सास को छलनी होते देखा है. मेरे पति और मेरी सास की हत्या कर दी […]
नयी दिल्ली : नटवर सिंह की किताब पर प्रतिक्रिया देते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं खुद अपनी किताब लिखूंगी, तभी सच सामने आयेगा. सोनिया ने कहा कि मैं नटवर सिंह के आरोपों से आहत नहीं हूं.
मैंने अपनी सास को छलनी होते देखा है. मेरे पति और मेरी सास की हत्या कर दी गयी. मैंने किस तरह पार्टी और अपने को संभाला है. ये सब सच किताब में आएगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नटवर सिंह की किताब को छपने से रोकने के लिए उनकी ओर से कोई भी प्रयास नहीं किये गये.
सोनिया गांधी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, मैं अपनी किताब खुद लिखूंगी और तब आप लोगों को सब कुछ पता चल जायेगा. सच एक ही रास्ते से सामने आयेगा ..अगर मैं लिखती हूं ..मैं इस बारे में गंभीर हूं और मैं लिखूंगी.’’ सोनिया गांधी ने यह बात नटवर सिंह की आत्मकथा पर उठे विवाद के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कही. नटवर सिंह ने कहा कि इस पुस्तक में 2004 में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री पद से इंकार करने के कारणों का ब्यौरा दिया है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें इससे आघात नहीं लगा है और उन्होंने अपने पति राजीव गांधी और सास इंदिरा गांधी की हत्या जैसी बेहद खराब चीजें देखी हैं.
सोनिया गांधी ने कहा, मैं इन बातों से आहत होने से काफी आगे निकल चुकी हूं। ये बातें अब मुङो प्रभावित नहीं करती हैं.’’ नटवर सिंह ने दावा किया है कि ये सोनिया गांधी की ‘‘अंतररात्मा की आवाज’’ नहीं थी जिसने उन्हें प्रधानमंत्री पद स्वीकार करने से रोका जैसा कि उन्होंने उस समय कहा था बल्कि, उनके पुत्र राहुल गांधी इस बात से आशंकित थे कि अगर उन्होंने पद स्वीकार कर लिया तब उनकी :सोनिया: भी उनके पिता और दादी की तरह हत्या की जा सकती है.
गांधी परिवार के कभी करीबी रहे 83 वर्षीय सिंह ने 2008 में कांग्रेस छोड दी थी। उन्हें खाद्यान्न के बदले तेल घोटाले के मद्देनजर 2005 में संप्रग। सरकार से इस्तीफा देना पडा था. नटवर सिंह की पुस्तक वन लाइफ इज नॉट एनफः एन आटोबायोग्राफी’ जल्द ही जारी होने वाली है.
सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारु के उस दावे का भी समर्थन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि महत्वपूर्ण फाइलें पुलक चटर्जी द्वारा सोनिया गांधी तक पहुंचाई जाती थीं. चटर्जी प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्यरत थे.
कांग्रेस ने कल नटवर सिंह की टिप्पणी की आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि ऐसा नई किताब की बिक्री बढाने और राजनीति से प्रेरित मंशा के चलते किया गया है.