पाकिस्तान आतंकवाद के वित्तपोषण के लिए मादक पदार्थ जम्मू-कश्मीर भेज रहा : डीजीपी

जम्मू : जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान से तस्करी के जरिये राज्य में भेजे जाने वाले अधिकतर मादक पदार्थ का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए होता है. सिंह ने कहा कि पुलिस क्षेत्र को इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए आपूर्ति शृंखला को बाधित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 18, 2019 7:43 PM

जम्मू : जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान से तस्करी के जरिये राज्य में भेजे जाने वाले अधिकतर मादक पदार्थ का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए होता है.

सिंह ने कहा कि पुलिस क्षेत्र को इस समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए आपूर्ति शृंखला को बाधित करने पर काम कर रही है. सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती वर्षों के मुकाबले जम्मू-कश्मीर में मादक पदार्थ की समस्या कई गुना बढ़ गयी है. यह बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ की बरामदगी और मादक पदार्थ तस्करों की गिरफ्तारी से स्पष्ट होता है. डीजीपी ने यहां पुलिस लाइंस में मादक पदार्थ नशामुक्ति केंद्र में एक कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से कहा, यह पाकिस्तान की बड़ी साजिश है क्योंकि अधिकतर मादक पदार्थ वहां से आ रहा है. कुछ मामलों की जांच से यह संकेत मिलता है कि मादक पदार्थ की तस्करी से अर्जित धनराशि का इस्तेमाल आतंकवाद के वित्तपोषण में किया जा रहा है. उन्होंने मादक पदार्थ इस्तेमाल के खिलाफ युवाओं को शिक्षित करने के लिए एक पर्चा जारी किया.

उन्होंने कहा, अभी तक 340 लोगों (मादक पदार्थ तस्कर) को गिरफ्तार किया गया है, जबकि पिछले वर्ष कुल 350 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं आठ दुकानों के लाइसेंस रद्द किये गये हैं और 12 लोगों को जनसुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा, पुलिस आपूर्ति शृंखला को बाधित करने पर काम कर रही है, चाहे वह कश्मीर से आती हो या राजौरी और पुंछ या अन्य किसी सीमांत जिलों से. ऐसे कुछ मामले हुए हैं जहां मादक पदार्थ की तस्करी की आपूर्ति कश्मीर से हुई.

उन्होंने कहा, कश्मीर में लोगों को घरों से बाहर निकलने के खिलाफ आतंकियों की धमकियों के बीच पुलिस गश्त बढ़ा दी गयी है और स्थानीय लोगों में विश्वास कायम करने के लिए अन्य अनेक कदम उठाये गये हैं. सिंह ने कहा कि पुलिस को इन धमकियों की जानकारी है और पिछले करीब एक महीने में कुछ आतंकियों को मार गिराया गया है तथा घाटी में उनके हमदर्दों समेत दो दर्जन से अधिक अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि लोगों ने पाकिस्तान के दुष्प्रचार पर ध्यान नहीं दिया और अशांति फैलाने की इस्लामाबाद की सोच को नाकाम कर दिया है. डीजीपी ने कहा, हम जनता के साथ हैं और वे हमारे साथ हैं. हम उन्हें कोई नुकसान नहीं होने देंगे. जो जनता को धमका रहे हैं, उनसे निपटा जायेगा और आतंकवादियों को मार गिराया जायेगा.

सिंह ने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बड़ी संख्या में आतंकी मौजूद हैं. हालांकि उन्होंने विश्वास जताया कि आतंकवाद निरोधक ग्रिड धमकी पर ध्यान देगी. आतंकवादियों द्वारा बगीचा मालिकों, दुकानदारों को धमकाने और उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले में मंगलवार को एक कार में आग लगाये जाने की घटनाएं सामने आयी है. इस पर डीजीपी ने कहा, सोपोर में कार चालक की पिटाई के बाद कार को जलाने वाले दो आतंकवादियों की पहचान लश्कर-ए-तैयबा के सज्जाद तथा मुजफ्फर के रूप में की गयी है. हम बहुत जल्द उनसे निपट लेंगे. उन्होंने कहा, हमने इनमें से कुछ को पहले ही मार गिराया है जिनमें एक वो है जिसने सोपोर में एक फल विक्रेता के परिवार के चार सदस्यों को गोली मारकर घायल कर दिया था.

डीजीपी ने कहा कि लोगों को धमकी देने वालों की पहचान कर उचित कार्रवाई की जा रही है. हमने लोगों में विश्वास बढ़ाने के लिए गश्त बढ़ाकर खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का विशेष ध्यान रखा है. यहां तक कि बागान की भी सुरक्षा की जा रही है. हमें जहां भी लोगों पर किसी तरह के आतंकियों के दबाव की जानकारी मिल रही है, हम दोषियों की पहचान कर रहे हैं. उन्होंने कहा, संदेश जनता के बीच स्पष्ट तरीके से गया है. हमने सोपोर से आठ लोगों को गिरफ्तार किया है जो धमकी भरे पोस्टर छाप रहे थे और चिपका रहे थे. हमने श्रीनगर से भी आधा दर्जन लोगों को पकड़ा है, वहीं दक्षिण कश्मीर से एक दर्जन अन्य लोगों को पकड़ा गया है. डीजीपी ने कहा कि पुलिस तथा अन्य सुरक्षा बल आतंकवादियों से निपटेंगे और उन्हें निश्चित रूप से मार गिरायेंगे.

पाकिस्तान की ओर से लोगों को भड़काने की कोशिश करने के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि लोगों ने सीमापार से चलाये गये दुष्प्रचार पर ध्यान नहीं दिया और हम शांति तथा कानून व्यवस्था बनाये रखने में उनके सहयोग के लिए आभारी हैं. उन्होंने कहा, पाकिस्तान उम्मीद कर रहा था कि लोग उसके झांसे में आ जायेंगे और बड़ी संख्या में बाहर निकलेंगे. ऐसा नहीं हुआ. सिंह ने कहा कि भारत में समस्या पैदा करने के लिए पाकिस्तान आतंकवादियों की मदद कर रहा है और जम्मू कश्मीर में घुसने के लिए उकसा रहा है. उन्होंने कहा, उन्होंने नियंत्रण रेखा के आसपास बड़ी संख्या में आतंकवादियों को भेजा है और उन्हें लांचिंग पैड पर इकट्ठा किया है. वे लांचिंग पैड से आगे भी आ रहे हैं और अग्रिम पिकेट में पाकिस्तानी सेना के साथ उठ बैठ रहे हैं. डीजीपी ने कहा कि सेना ने हाल ही में गुलमर्ग क्षेत्र में दो पाकिस्तानी आतंकियों को पकड़ा था. उन्होंने कहा, मुझे भरोसा है कि लोग पाकिस्तान की कुत्सित सोच पर ध्यान नहीं देंगे, जो दुनिया के सामने आ गयी है और समय के साथ और उजागर होगी.

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