नयी दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार मुंह की खाने के बाद कश्मीर के हालात और भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर झूठ-मूठ का प्रोपेगेंडा फैलाया है. इस बार उन्होंने कश्मीर में कर्फ्यू लगी होने की बात कहकर भारत के साथ द्विपक्षीय बातचीत करने से इनकार कर दिया है. मीडिया की खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वे कश्मीर में कर्फ्यू हटने तक भारत से द्विपक्षीय बातचीत नहीं करेंगे.
हालांकि, सच्चाई यह है कि फिलहाल जम्मू-कश्मीर के किसी भी हिस्से में कर्फ्यू लागू नहीं है. अनुच्छेद 370 हटाने के बाद वहां के कुछ इलाकों में कुछ ही समय के लिए पाबंदियां लगायी गयी थीं, जिसे बाद में जल्द ही हटा लिया गया. फिलवक्त, वहां के करीब आठ थाना क्षेत्र में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है. गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि वहां पर अब भी पाबंदी की बात गलत है. वहां फिलहाल 196 में थाना क्षेत्रों में से केवल आठ पुलिस थानों में धारा 144 लागू है. कर्फ्यू कहीं नहीं.’
इसके साथ ही, अमित शाह ने इंटरनेट और मोबाइल सेवा बंद करने के सवाल पर कहा कि देशभर में इंटरनेट आने के 16 साल बाद वहां इंटरनेट पहुंचा था, जबकि देशभर में मोबाइल आने के 17 साल बाद वहां मोबाइल पहुंचा. इसलिए इंटरनेट और मोबाइल पर पाबंदियों की बात में कोई दम नहीं है. साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला को भी जम्मू-कश्मीर के कानून पब्लिक सेफ्टी ऐक्ट (पीएसए) के तहत दो साल तक हिरासत में रखने का कोई इरादा नहीं है.