PM मोदी की सहयोगी दलों को नसीहत, राम मंदिर पर बयान देने से बचें

नासिक : सहयोगी दल शिवसेना का नाम लिये बिना उस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय राम मंदिर मामले की सुनवाई कर रहा है और उन्होंने कुछ बड़बोलो से इस मुद्दे पर बयान देने से बचने के लिए कहा. मोदी ने यहां एक रैली में कहा, मैं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 19, 2019 6:48 PM

नासिक : सहयोगी दल शिवसेना का नाम लिये बिना उस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय राम मंदिर मामले की सुनवाई कर रहा है और उन्होंने कुछ बड़बोलो से इस मुद्दे पर बयान देने से बचने के लिए कहा.

मोदी ने यहां एक रैली में कहा, मैं राम मंदिर मुद्दे पर ‘बयान बहादुरों और बड़बोलो’ को देखकर हैरान हूं. देश में हर किसी को उच्चतम न्यायालय का सम्मान करना चाहिए। उच्चतम न्यायालय इस मामले की सुनवाई कर रहा है. मैं हाथ जोड़कर इन लोगों से कहना चाहता हूं कि न्यायिक प्रणाली में विश्वास रखें. गौरतलब है कि शिवसेना राम मंदिर के निर्माण की मांग कर रही है और मोदी सरकार से जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर उठाये कदमों की तरह कदम उठाने के लिए कह रही है.

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को मांग की कि केंद्र अयोध्या में राम मंदिर बनाने पर कानून लाने के लिए साहसी फैसला ले. मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री के तौर पर उनके दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में वादे, कार्य प्रदर्शन और काम कर दिखाने पर ध्यान केंद्रित किया गया.

उन्होंने कहा, विकास, भारत के वैश्विक शक्ति होने के संदेश, लोगों के कल्याण और रोजगार के अवसरों के लिए कोशिशों को बढ़ावा दिया गया. उन्होंने कहा, किसानों के खातों में 20,000 करोड़ रुपये डाले गये जिनमें से अभी तक 1500 करोड़ रुपये महाराष्ट्र में किसानों के खातों में डाले गये. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 2014 में उन पर जताये भरोसे के लिए मोदी का आभार जताया जब उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया था.

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनता तक पहुंचने के लिए निकाली गयी महाजनादेश यात्रा पर फडणवीस ने कहा, यात्रा में मैंने लोगों के सामने अपनी रिपोर्ट कार्ड रखी. पिछले पांच वर्षों में मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के कोई आरोप नहीं हैं. फडणवीस ने कहा, मैंने लोगों के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया. अगले कार्यकाल में, मैं राज्य को सूखा मुक्त और महाराष्ट्र को एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने पर ध्यान केंद्रित करुंगा.

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