दिग्विजय के भाई ने खोला राहुल के खिलाफ मोर्चा, कहा – ऋण माफी को लेकर किसानों से मांगे माफी
भोपाल : विधानसभा चुनावों में किसानों के फसल ऋण माफ करने की कांग्रेस की घोषणा पर सवाल उठाते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि तय समय में अपना वादा पूरा नहीं करने के लिये राहुल गांधी को लोगों से माफी मांगनी चाहिये. मालूम हो […]
भोपाल : विधानसभा चुनावों में किसानों के फसल ऋण माफ करने की कांग्रेस की घोषणा पर सवाल उठाते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा कि तय समय में अपना वादा पूरा नहीं करने के लिये राहुल गांधी को लोगों से माफी मांगनी चाहिये.
मालूम हो कि जून 2018 में मंदसौर जिले में किसान रैली को संबोधित करते हुए तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि यदि प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आयी तो 10 दिन के भीतर किसानों के कर्ज माफ कर दिए जाएंगे. इस सबंध में पूछे जाने पर लक्ष्मण सिंह ने बताया कि दस दिन तो रहने दो, आठ महीने के बाद भी कृषि ऋण माफ नहीं किया गया.
राज्य सरकार द्वारा जारी ऋण माफी प्रमाण पत्र के साथ किसान बैंकों में जा रहे हैं लेकिन बैंक यह कहते हुए ऋण माफ करने से इनकार कर रहे हैं कि उन्हें राज्य सरकार से पैसा नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को उसी मंच पर जाकर जनता से माफी मांगनी चाहिये जहां उन्होंने सत्ता में आने पर दस दिन के अंदर किसानों को फसल ऋण माफी योजना लागू करने का वादा किया था.
पांच बार के सांसद और वर्तमान में प्रदेश के विधानसभा में चांचौड़ा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे सिंह ने कहा,यह (एक माफी) उनका (गांधी का) कद बड़ा कर देगी. उन्हें लोगों को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि सभी कृषि ऋणों को माफ करने में सरकार को कितना समय लगेगा.
सिंह के अनुसार प्रदेश सरकार को इस वादे को पूरा करने के लिए 45,000 करोड़ रुपये की व्यवस्था करनी है और इसमें दो साल तक का समय लग सकता है. उन्होंने कहा, इस योजना को इतनी कम अवधि में लागू करना संभव नहीं था.
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के पास पिपलिया मंडी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान छह जून 2017 को पुलिस गोलीबारी में छह किसान मारे गए. मंदसौर में पिछले साल किसानों की हत्या की पहली बरसी पर एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस के मध्य प्रदेश में सत्ता में आने पर किसानों के लिये कृषि ऋण माफी की घोषणा की थी.
इसके बाद बाद में नवंबर, 2018 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को 15 साल की सत्ता से बेदखल कर सरकार बनाई. राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने भाजपा की इस हार के लिये कांग्रेस की कृषि ऋण माफी की घोषणा को जिम्मेदार ठहराया.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पिछले साल दिसंबर में मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के कुछ घंटों के भीतर प्रदेश के किसानों के लिये ऋण माफी का आदेश जारी किया था.