गुवाहाटी : राष्ट्रीय नागरिक पंजी से एक देशज समूह के लोगों को बाहर रखे जाने का विरोध करते हुए असम में एक छात्र संगठन ने 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है, जिससे शुक्रवार को राज्य के कुछ हिस्सों में जनजीवन अस्त व्यस्त रहा. असम के लिए 31 अगस्त को प्रकाशित राष्ट्रीय नागरिक पंजी को ‘‘त्रुटिपूर्ण’ करार देते हुए ‘ऑल कोच राजबोंगशी स्टूडेंट यूनियन’ (एकेआरएसयू) ने मांग की कि समुदाय के जिन लोगों को राष्ट्रीय नागरिक पंजी से बाहर रखा गया है, उन्हें तत्काल प्रभाव से इसमें शामिल किया जाये.
प्रदर्शनकारियों में से एक ने संवाददाताओं से कहा कि एकेआरएसयू नागरिक पंजी को कतई स्वीकार नहीं करेगा क्योंकि यह ‘‘त्रुटिपूर्ण’ है. उन्होंने कहा कि हजारों की तादाद में ‘कोच रोजबोंगशी’ लोग हैं जिन्हें नागरिक पंजी से बाहर रखा गया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के किसी भी हिस्से से किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है, लेकिन प्रदर्शनकारियों को प्रदेश नागरिक पंजी समन्वयक प्रतीक हजेला का पुतला जलाते देखा गया. सूत्रों ने बताया कि प्रदेश के मोरीगांव, कोकराझार, चिरांग, बकसा, नलबाड़ी, नगांव और सिवसागर जिले जैसे ‘कोच रोजबोंगशी’ बहुल इलाकों में लगभग सभी दुकानें, बैंक, शैक्षिक संस्थान और कार्यालय बंद रहे. उन्होंने बताया कि निजी वाहन भी सड़कों से नदारद रहे.
अधिकारियों ने कहा कि लंबी दूरी तक जाने वाली सरकारी बसें पुलिस सुरक्षा में राष्ट्रीय राजामार्गों पर चलीं. सड़क जाम को खोलने से मना करने पर पांच आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में लिए गए लोगों में एकेआरएसयू के कुमारकाटा इकाई अध्यक्ष दीपक रॉय भी शामिल हैं. सूत्रों ने बताया कि 12 घंटे के इस बंद का गुवाहाटी में कोई खास असर नहीं दिखा है. राष्ट्रीय नागरिक पंजी के लिए तीन करोड़ 29 लाख आवेदकों में से 19 लाख से अधिक लोगों को बाहर रखा गया है.