सेना प्रमुख ने कहा- बालाकोट में फिर सक्रिय हो गये हैं Terrorist camp, 500 आतंकवादी घुसपैठ की फिराक में
नयी दिल्ली : घाटी में अशांति पैदा करने के लिए करीब 450-500 प्रशिक्षित आतंकवादियों के घुसपैठ की फिराक में होने की सूचना मिलने के बाद भारतीय सुरक्षा बलों को जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर इस तरह की किसी भी कोशिश से प्रभावी तौर पर निपटने के लिए पूरी छूट दी गयी है. सैन्य सूत्रों […]
नयी दिल्ली : घाटी में अशांति पैदा करने के लिए करीब 450-500 प्रशिक्षित आतंकवादियों के घुसपैठ की फिराक में होने की सूचना मिलने के बाद भारतीय सुरक्षा बलों को जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर इस तरह की किसी भी कोशिश से प्रभावी तौर पर निपटने के लिए पूरी छूट दी गयी है. सैन्य सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि भारत में घुसने का इंतजार कर रहे कुछ आतंकवादियों को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के शिविर में प्रशिक्षित किया गया, जहां भारतीय वायु सेना ने फरवरी में बम गिराये थे. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने हाल ही में बालाकोट आतंकवादी शिविर को फिर से सक्रिय किया है. सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों का एक बड़ा समूह पाकिस्तानी सीमा की ओर लीपा घाटी में आतंकी लॉन्च पैड्स पर इंतजार कर रहा है. खुफिया सूचनाओं के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह कई प्रमुख शहरों में महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बना सकता है.
एक सूत्र ने कहा, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर आतंकी लॉन्च पैड्स पर करीब 450-500 आतंकवादी इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की योजना कश्मीर में अशांति फैलाने की है ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने यह दिखाया जा सके कि भारत द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाये जाने के बाद से घाटी में स्थिति बिगड़ रही है. सूत्रों ने बताया कि सेना अत्यंत चौकन्ना है और उसे किसी भी सुरक्षा चुनौती से प्रभावी रूप से निपटने के लिए पूरी छूट दी गयी है.
सेनाप्रमुख ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि भारतीय सेनाएं सीमा पर मुस्तैद डटी हुई है और वह बालाकोट से आगे भी जा सकती है. उन्होंने कहा कि इस्लाम का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है और धर्म गुरुओं को इस्लाम का सही मतलब बताना चाहिए. सेना प्रमुख ने कहा, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद पाकिस्तान ने कहा है कि हम आतंकी भेजेंगे. इसके लिए पाकिस्तान अक्सर सीजफायर उल्लंघन कर रहा है ताकि आतंकवादी आसानी से भारतीय क्षेत्र में घुसें. लेकिन, जब जवान सीजफायर उल्लंघन से प्रभावित नहीं होते हैं तो पाकिस्तान नागरिक ठिकानों पर गोले बरसाने लगता है.