मोदी-नेहरू में से ज्यादा लोकप्रिय कौन? बताने के लिए शशि थरूर ने फोटो ट्वीट की और ट्रोल हो गए
नयी दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के तिरूवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर जितनी अपनी कमाल की अंग्रेजी के लिए चर्चा में रहते हैं उतना ही उनका विवादों से भी नाता है. आए दिन शशि थरूर कुछ ना कुछ ऐसा कह जाते हैं कि जिसके लिए बाद में उन्हें फजीहत झेलनी पड़ती है. पीएम […]
नयी दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल के तिरूवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर जितनी अपनी कमाल की अंग्रेजी के लिए चर्चा में रहते हैं उतना ही उनका विवादों से भी नाता है. आए दिन शशि थरूर कुछ ना कुछ ऐसा कह जाते हैं कि जिसके लिए बाद में उन्हें फजीहत झेलनी पड़ती है.
पीएम मोदी की लोकप्रिया पर साधा निशाना
हालिया वाकया पीएम मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर है. मोदी ने अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के 50 हजार से ज्यादा लोगों को संबोधित किया. इस दौरान भारतीय मूल के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को अपना सच्चा मित्र बताया. भारत में सत्तारूढ़ बीजेपी ने इस पूरे घटनाक्रम को अमेरिका में पीएम मोदी की जबरदस्त लोकप्रियता बताया.
तस्वीर पोस्ट करके ट्रोल हो गए शशि थरूर
ऐसे में भला शशि थरूर कहां पीछे रहते. उन्होंने एक फोटो ट्वीट किया. पोस्ट की गयी तस्वीर में दिख रहा है कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और उनकी बेटी इंदिरा गांधी एक खुली जीप में सवार हैं. उनके आस पास काफी भीड़ है. शशि थरूर ने तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा 1954 में अमेरिका में नेहरू और इंदिरा गांधी. अमेरिकी जनता के उत्साह को देखिए. किसी विशेष जनसंपर्क अभियान, एनआरआई भीड़ प्रबंधन या हाईड अप मीडिया प्रचार के बिना.
I am told this picture (forwarded to me) probably is from a visit to the USSR and not the US. Even if so, it still doesn't alter the message: the fact is that former PMs also enjoyed popularity abroad. When @narendramodi is honoured, @PMOIndia is honoured; respect is for India. https://t.co/9KQMcR0zTD
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) September 23, 2019
इस तस्वीर के माध्यम से शशि थरूर शायद ये बताना चाहते थे कि पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के बेवजह हाइप दी जा रही है. शायद वे भी दर्शाना चाहते थे कि पीएम मोदी का अमेरिका दौरा बेहतर प्रबंधन का नतीजा है और ये पहली बार नहीं है जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री को इतनी लोकप्रियता मिली है. हालांकि वे हर बार की तरह इस बार भी एक गलती कर गए.
अमेरिका का बताकर रूस की फोटो पोस्ट की
दरअसल कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जो फोटो पोस्ट की वो 1954 में अमेरिका नहीं बल्कि 1956 में रूस की राजधानी मास्को की है. शशि थरूर ने जैसे ही ये फोटो पोस्ट की कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी आलोचना शुरू कर दी. उन्होंने शशि थरूर पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया. कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उस फोटो की हकीकत बताती समाचार पत्रों की कटिंग का स्क्रीन शॉट सामने रख दिया.
‘पीएम मोदी का सम्मान देश का सम्मान होता है’
ट्रोल होने के बाद शशि थरूर को शायद अपनी गलती का एहसास हो गया. उन्हें सफाई में एक और ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा कि ये तस्वीर किसी ने मुझे फॉरवर्ड की थी. उन्होंने लिखा कि तस्वीर अमेरिका की हो सोवियत रूस की. मैं ये बताना चाहता था कि पहले के प्रधानमंत्रियों को भी विदेश में लोकप्रियता और सम्मान मिलता रहा है. उन्होंने ये भी लिखा कि पीएम मोदी का कहीं सम्मान होता है तो ये भारत का सम्मान है.
‘पीएम मोदी विदेश में हों तो उनका सम्मान हो’
बता दें कि अपने ट्वीट की वजह से शशि थरूर पहले भी कई बार विवादों में घिर चुक हैं और ट्रोल भी हुए हैं. हरियाणा निवासी मानुषी छिल्लर के मिस यूनिवर्स बनने पर उन्होंने कह दिया था कि हिन्दुस्तान का चिल्लर भी दुनिया में कमाल कर रहा है. इस बयान की वजह से भी उनको काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी. हालांकि बीते दिनों उन्होंने कहा था कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश मेें सवाल पूछना चाहिए लेकिन जब वे विदेशी दौरों पर होते हैं तो उनका सम्मान किया जाना चाहिए.