सोनिया के किताब लिखने के फैसले पर नटवर ने जतायी खुशी

नयी दिल्ली:पूर्व विदेशमंत्री नटवर सिंह की किताब वन लाइफ इज नॉट इनफ के जरिये गांधी परिवार के लिये नयी मुश्किलें खड़ी हो गयी हैं. इसके बाद सोनिया गांधी का बयानआया कि वे भी एक किताब लिखेंगी. इस पर नटवर सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि वो सोनिया की किताब का इंतजार करेंगे. नटवर ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2014 12:02 PM

नयी दिल्ली:पूर्व विदेशमंत्री नटवर सिंह की किताब वन लाइफ इज नॉट इनफ के जरिये गांधी परिवार के लिये नयी मुश्किलें खड़ी हो गयी हैं. इसके बाद सोनिया गांधी का बयानआया कि वे भी एक किताब लिखेंगी. इस पर नटवर सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि वो सोनिया की किताब का इंतजार करेंगे.

नटवर ने अपनी किताब के आने के समय को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुये कहा कि किताब के पूरी होने के बाद ही तो उसे प्रकाशित करवा सकता था. इससे पहले कैसे करवा लेता.

उन्होंने कहा कि सोनिया के पास यदि उनके खिलाफ लिखने के लिये कुछ होगा तो वे माफी मांग लेगें. नटवर ने कहा कि किताब 2011 में शुरू की. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी किताब पहले आ जाने पर क्या मझे जेल भिजवा दिया जाता.

बीजेपी से संबंधों के कारण उनके आरोपों को राजनीति से प्ररित होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके बेटे जगत सिंह तो 4 महीने पहले ही विधानसभा में चुन लिये गये थे.नटवर ने मोदी से मुलाकात की बात स्वीकारते हुए कहा कि वे मैं सिर्फ उनसे विदेशनीति पर बात करने आया था.

नटवर ने दावा किया कि मोदी के शपथग्रहण समारोह में सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों को न्योता देने का विचार उनका ही था. नटवर ने कहा कि 28 अप्रैल के मेरे इंटरव्यू के बाद मुझे कॉल आने लेंगे प्रियंका ने मुझे फोन किया. वो मुझसे मिलना चाहती थीं.

प्रियंका मुझसे मिलीं और कहा कि कांग्रेस रायबरेली और अमेठी की सीट जीत जाएगी लेकिन दिल्ली की सीटों के बारे में वो आश्वस्त नहीं थीं.

इतनी कम सीट किसी ने नहीं सोची थीं। इमरजेंसी के बाद भी इंदिरा जी को 158 सीट मिली थीं. इतनी कम सीटों के लिये जिम्मेदार कौन है. नेता नंबर एक (सोनिया) और दो (राहुल) ही पूरे देश में प्रचार के लिए गए थे.नटवर ने गांधी परिवार से अपने रिश्तों के बारे में कहा कि मैं इस परिवार का प्रशंसक रहा हूं.

नटवर ने गांधी परिवार से अपने रिश्तों के बारे में कहा कि मैं इस परिवार का प्रशंसक रहा हूं. जब उनकी बाईपास सर्जरी हुयी थी और जब उनकी बेटी की मौत हुयी थी तो सोनिया गांधी आयीं थी. वे उस अहसान को कभी नहीं भूल पायेंगे.

उन्होंने कहा कि प्रियंका बहुत अच्छे से संवाद करती हैं. फिर उन्होंने कहा कि मां ने किताब के लिए बात की है. मैंने कहा कि मैं गलत इंसान नहीं हूं.सोनिया गांधी से हुयी मुलाकात के बारें में उन्होंने बताया कि सोनिया गांधी ने कहा किउन्हें मालूम नहीं था कि उनके साथ क्या हो रहा है. तो मैंने कहा कि कांग्रेस में आपकी इजाजत के बिना पत्ता भी नहीं हिलता है.

इस मामले में भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी ने चुटकी लेते हुये कहा है कि सोनिया जी किताब का जबाव किताब किताब से देंगी ये आराम का मामला है या अन्दर की बात है.

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