भोपाल : मध्य प्रदेश का हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप का मामला देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है. मामले में सरगना ने खुलासा किया है जिसके बाद 12 अधिकारी और 8 पूर्व मंत्री फंसते दिख रहे हैं. हनी ट्रैप गिरोह चलाने वाली महिला ने एसआईटी के समक्ष खुलासा किया कि उसने करीब 2 दर्जन कॉलेज जाने वाली लडकियों को सेक्स जाल में शामिल किया. इन लड़कियों में कुछ लोअर मिडिल क्लास परिवार की लड़कियां शामिल थीं, जो मध्य प्रदेश सरकार के बड़े अधिकारियों और नेताओं को लुभाने के काम में लगीं हुईं थीं.
खबरों की मानें तो हनी ट्रैप का उद्देश्य वीआईपी लोगों को फंसाना था ताकि उनसे करोड़ों रुपये के आकर्षक सरकारी अनुबंधों की खरीद की जा सके. कॉन्ट्रैक्ट खरीदने के साथ ही इस धंधे को चलाने वाले मध्य प्रदेश में आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की पोस्टिंग भी मैनेज करते थे.
एसआईटी की पूछताछ में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अधिकारियों की डिमांड पर आर्थिक रूप से कमजोर कॉलेज जाने वाली छात्राओं को फंसाया जाता था और उन्हें नामी-गिरामी हस्तियों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जाता था. कुछ तो ऐसे लोगों के पास भी इन लड़कियों को भेजा जाता था जो उनके पिता की उम्र के रहे होंगे. पढ़ाई के खर्चे देने के नाम पर अर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों को इस्तेमाल भी किया जाता था.
एसआईटी जांच में खुलासा हुआ कि एनजीओ और लोअर मिडिल क्लास परिवारों की बेटियों को नौकरी देने के नाम पर फंसाया जाता था. कई कॉलेज जाने वाली छात्राओं को बहला-फुसलाकर हनी ट्रैप रैकिट में शामिल किया गया था.