65 साल के शख्स ने मौत के बाद दी तीन मरीजों को नयी जिंदगी
इंदौर (मध्यप्रदेश) : राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले 65 वर्षीय व्यक्ति के मरणोपरांत अंगदान से मध्यप्रदेश के तीन जरूरतमंद मरीजों को नयी जिंदगी मिलने की राह आसान हो गयी और इस व्यक्ति का लीवर तथा दोनों किडनी इन मरीजों के शरीर में प्रत्यारोपित किये गये. अंगदान को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार के साथ […]
इंदौर (मध्यप्रदेश) : राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले 65 वर्षीय व्यक्ति के मरणोपरांत अंगदान से मध्यप्रदेश के तीन जरूरतमंद मरीजों को नयी जिंदगी मिलने की राह आसान हो गयी और इस व्यक्ति का लीवर तथा दोनों किडनी इन मरीजों के शरीर में प्रत्यारोपित किये गये.
अंगदान को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार के साथ काम कर रहे स्वयंसेवी संगठन मुस्कान ग्रुप के कार्यकर्ता जीतू बगानी ने बताया कि राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले से ताल्लुक रखने वाले बर्तन कारोबारी अशोक तड़वेचा (65) को ब्रेन हैमरेज के बाद इलाज के और सर्जरी के बावजूद उनकी सेहत बिगड़ती चली गयी और डॉक्टरों ने उन्हें बृहस्पतिवार को दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया.
उन्होंने बताया कि तड़वेचा के मरणोपरांत अंगदान के लिए उनके परिजन सहमत हो गये और उनके लीवर एवं दोनों किडनियों को तीन अलग अलग लोगों के शरीर में प्रत्यारोपित किया गया.
दूसरी ओर अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में पिछले चार साल के दौरान दिमागी रूप से मृत 38 मरीजों का अंगदान हो चुका है और इनसे मिले दिल, लीवर, किडनी, आंखों और त्वचा के प्रत्यारोपण से मध्यप्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा और महाराष्ट्र में करीब 220 जरूरमंद मरीजों को नये जीवन की अनमोल सौगात मिली है.