ग्रे लाइनः दिल्ली मेट्रो की द्वारका-नजफगढ़ लाइन आज से यात्रियों के लिए होगी शुरू
नयी दिल्लीः नजफगढ़ के शहरी ग्रामीण इलाके को पहली बार दिल्ली मेट्रो से जोड़ने वाली 4.2 किलोमीटर लंबी ग्रे लाइन पर सेवाएं शुक्रवार शाम से यात्रियों के लिए शुरू हो जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि इस कॉरिडोर में तीन स्टेशन – द्वारका (ब्लू लाइन के साथ इंटरचेंज), नांगली और नजफगढ़ हैं. डीएमआरसी के एक वरिष्ठ […]
नयी दिल्लीः नजफगढ़ के शहरी ग्रामीण इलाके को पहली बार दिल्ली मेट्रो से जोड़ने वाली 4.2 किलोमीटर लंबी ग्रे लाइन पर सेवाएं शुक्रवार शाम से यात्रियों के लिए शुरू हो जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि इस कॉरिडोर में तीन स्टेशन – द्वारका (ब्लू लाइन के साथ इंटरचेंज), नांगली और नजफगढ़ हैं.
डीएमआरसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, दिल्ली मेट्रो के द्वारका-नजफगढ़ कॉरिडोर को आज आवासन एवं शहरी कार्य मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल औपचारिक रूप से हरी झंडी दिखाएंगे. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के व्यावसायिक संचार तंत्र के कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने बताया कि ग्रे लाइन को मेट्रो भवन में सुबह 11 बजे हरी झंडी दिखाई जाएगी और इस लाइन पर यात्री सेवा शाम पांच बजे से शुरू हो जाएगी.
इस लाइन के शुरू होने से दिल्ली मेट्रो का नेटवर्क 274 स्टेशनों के साथ 377 किलोमीटर तक बढ़ जाएगा, जिसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन भी शामिल है. दयाल ने पहले बताया था, ग्रे लाइन मानक गेज सेक्शन है और इसमें 4.295 किलोमीटर में से 2.57 किलोमीटर रास्ता ऊपर और 1.5 किलोमीटर रास्ता भूमिगत है.
इस लाइन के शुरू होने से द्वारका मेट्रो स्टेशन से इंटरचेंज सुविधा मिलेगी. मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) जनक कुमार गर्ग ने बुधवार को कॉरिडोर की सुरक्षा का निरीक्षण करने के बाद यात्री सेवाओं को शुरू करने की मंजूरी दे दी थी. दयाल ने बताया कि व्यस्त समय में इस लाइन पर मेट्रो हर सात मिनट और 30 सेंकड में आएगी.
उन्होंने बताया कि इस लाइन पर यात्रा में कुल समय छह मिनट 20 सेंकड का समय लगेगा और इस पर तीन ट्रेन दौड़ेंगी तथा चौथी ट्रेन लाने की योजना है. अभी डीएमआरसी के पास 376 ट्रेनें है, जिनमें 2,206 बोगियां हैं और ये रोजाना 4,778 फेरे लगाती हैं. इस लाइन पर परीक्षण जुलाई में हुआ था. डीएमआरसी ने पहले बताया था कि इस कॉरिडोर का ढांसा स्टैंड तक और 1.18 किलोमीटर तक विस्तार किया जाएगा और इस पर दिसंबर 2020 तक काम पूरा कर लेने का लक्ष्य है.