RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- भारत के ‘हिंदू राष्ट्र” होने को लेकर संघ अडिग

नागपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि संघ अपने इस नजरिये पर अडिग है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है और हिंदू अगर चाहते हैं कि दुनिया उनकी बात सुने तो उन्हें एकजुट होने की जरूरत है. नागपुर के रेशमीबाग में संघ के विजयादशमी उत्सव के दौरान अपने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 8, 2019 6:46 PM

नागपुर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि संघ अपने इस नजरिये पर अडिग है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है और हिंदू अगर चाहते हैं कि दुनिया उनकी बात सुने तो उन्हें एकजुट होने की जरूरत है.

नागपुर के रेशमीबाग में संघ के विजयादशमी उत्सव के दौरान अपने संबोधन में सरसंघचालक ने कहा कि राष्ट्र के वैभव और शांति के लिए काम कर रहे सभी भारतीय हिंदू हैं. उन्होंने कहा, संघ की अपने राष्ट्र की पहचान के बारे में, हम सबकी सामूहिक पहचान के बारे में, हमारे देश के स्वभाव की पहचान के बारे में स्पष्ट दृष्टि व घोषणा है, वह सुविचारित व अडिग है कि भारत हिंदुस्तान, हिंदू राष्ट्र है. संघ प्रमुख ने कहा कि हिंदू अगर चाहते हैं कि उनकी आवाज दुनिया द्वारा सुनी जाये तो उन्हें एकजुट होने और शक्ति हासिल करने की जरूरत है. भागवत ने कहा, जो भारत के हैं, जो भारतीय पूर्वजों के वंशज हैं तथा सभी विविधताओं का स्वीकार, सम्मान व स्वागत करते हुए आपस में मिलजुल कर देश का वैभव तथा मानवता में शांति बढ़ाने का काम करने में जुटे हैं वे सभी भारतीय हिंदू हैं.

उन्होंने कहा, हम मानते हैं कि एक हिंदू व्यक्ति बहुलतावाद को स्वीकार करता है, धर्मों का सम्मान करता है और देश की बेहतरी के लिए काम करता है. यह चीजें सुनने में अच्छी लगती हैं, लेकिन लेकिन दुनिया ताकतवरों की बात ही सुनती है. भागवत ने कहा कि संघ यही बात पिछले 10-15 सालों से कह रहा है. उन्होंने कहा, मैं 2009 में भी संघ प्रमुख था, लेकिन तब मुझे सुनने के लिए यहां इतने लोग नहीं थे. आज, यहां ज्यादा लोग हैं और इसकी वजह है विभिन्न क्षेत्रों में संघ की वृद्धि. सरसंघचालक ने कहा, जब तक आपके पास कुछ शक्ति नहीं होगी दुनिया आपकी बात नहीं सुनेगी. कमजोर की बात कोई नहीं सुनता, यहां तक कि कमजोर लोगों के हितों की सुरक्षा की भी कोई कोशिश नहीं करता.

संघ प्रमुख ने उन आरोपों को भी खारिज किया कि संघ और उसके सहयोगी संगठन ‘इस्लामोफोबिक’ या गैर हिंदू धर्मावलंबियों के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा, अभी तक संघ के संपर्क में न आये हुए वर्गों में संघ के प्रति अविश्वास, भय व शत्रुता उत्पन्न हो, ऐसा प्रयास किया जाता है. संघ हिंदू समाज का संगठन करता है इसका अर्थ वह अपने आप को हिंदू न कहने वाले समाज के वर्गों, विशेषकर मुस्लिम व ईसाइयों से शत्रुता रखता है, यह नितांत असत्य प्रचार चलता है. इससे पहले संघ प्रमुख ने यहां ‘शस्त्र पूजा’ भी की. इस मौके पर एचसीएल के संस्थापक शिव नाडर मुख्य अतिथि थे. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version