कानपुर : उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है, इस स्थिति को संभालने की बजाय यूपी पुलिस अपराधियों को दुलारने में जुटी है. खबर है कि ज्योति हत्याकांड के मुख्य आरोपी पीयूष का माथा डीएसपी राकेश नायक ने कैमरे के सामने चूमकर उससे हमदर्दी जतायी है.
यूपी पुलिस का यह चेहरा जब सामने आया, तो विवाद काफी बढ़ गया. हत्या के आरोपी पीयूष का माथा चूमकर हमदर्दी दिखाने वाले डीएसपी राकेश नायक परेशानियों से घिर गये हैं. कल शाम उन्हें स्वरुप नगर सर्किल से हटाकर पुलिस ऑफिस से अटैच किया गया था.
आज आई जी आशुतोष पांडेय ने डीजीपी पुलिस उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर कहा है कि नायक की इस हरकत से पुलिस विभाग को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है इस लिए उन्हें तुरंत इस जिले से हटाकर दूसरे जिले भेजा जाये तथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाये. कानपुर जोन के पुलिस महानिरीक्षक (आई जी जोन) आशुतोष पांडेय ने डीजीपी पुलिस उत्तर प्रदेश को आज भेजे गये पत्र में कहा है कि डीएसपी नायक ने मामले की विवेचना में रुचि दिखाने के बजाय आरोपी पीयूष के साथ हमदर्दी दिखाई जो कि अनुशासनहीनता है. इस लिए तुरंत इनको कानपुर से हटाकर किसी दूसरे जिले भेजा जाये ताकि इस मामले की विवेचना पर असर नहीं पडे.
आईजी ने बताया कि कल शाम जैसे ही इस मामले की जानकारी उन्हें लगी उन्होंने तुरंत नायक को स्वरुप नगर सर्किल से हटाकर पुलिस आफिस से अटैैच कर दिया और इस मामले की जांच एसपी स्तर के एक अधिकारी को सौंप दी है. आज उन्होंने इन्हें दूसरे जिले में ट्रांसफर करने के लिये डीजीपी को पत्र लिखा है. उनसे पूछा गया कि इस पत्र के जवाब में कार्रवाई कब तक होगी इस पर उन्होंने कहा कि इस पूरी जांच और कार्रवाई में तीन से चार दिन का समय लग जायेगा.