नयी दिल्ली: तमिलनाडू के महाबलीपुरम (मामल्लपुरम) में आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अनौपचारिक बैठक होगी. इसमें दोनों नेताओं के बीच कई द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता होगी. महाबलीपुरम दोनों नेताओं के बीच होनी वाली इस मुलाकात के लिए बिलकुल तैयार है.
जिनपिंग के दौरे से पहले पूरे महाबलीपुरम को किले में तब्दील कर दिया गया है. इसके तहत सात लेयर के सुरक्षा घेरे में करीब 10 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे. यही नहीं, जिनपिंग की सुरक्षा के चलते चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. 9 आईएएस अधिकारियों और विभिन्न विभागों के 34 वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी के तौर पर तैनात किया गया है.
भारतीय नौसेना ने तैनात किये युद्धपोत
नौसेना तथा भारतीय तटरक्षक दल ने तमिलनाडू स्थित महाबलीपुरम के तटवर्ती इलाकों में सुरक्षा के दृष्टिकोण से युद्धपोत तैनात किये हैं. किसी भी समुद्री खतरे से निपटने के लिए तट से कुछ दूरी पर नौसेना का युद्ध पोत तैनात किया गया है. ये युद्धपोत तट से कुछ दूरी पर समुद्र में तैनात हैं और चारों तरफ नजर रख रहे हैं.
Tamil Nadu: The 2nd informal meeting between PM Narendra Modi and Chinese President Xi Jinping to begin in Mamallapuram today. Indian Navy and Indian Coast Guard have deployed warships, at some distance from the shore in Mamallapuram, to provide security from any seaborne threat. pic.twitter.com/wmO2ImJWcC
— ANI (@ANI) October 11, 2019
आज चेन्नई में उतरेंगे शी जिनपिंग
आपको बता दें कि आज चीन के प्रधानमंत्री शी जिनपिंग चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे जहां उनका स्वागत पीएम मोदी करेंगे. इस मौके पर तमिलनाडू के सीएम पलानीसामी भी मौजूद रहेंगे. इसके बाद दोनों नेता महाबलीपुरम स्थित चार स्मारकों का अवलोकन भी करेंगे.
वार्ता में बाधा डालने की कोशिश!
दोनों नेताओं के बीच होने वाली ये वार्ता कश्मीर मसला और आतंकवाद के खिलाफ साझा संघर्ष के लिहाज से काफी अहम है. हो सकता है कि कुछ अतिवादी तत्वों द्वारा इसमें बाधा पहुंचाने की कोशिश की जाए. इसलिए नौसेना और भारतीय तटरक्षक दल सुरक्षा में कोई कोताही बरतने के मूड में नहीं है.