पर्यटन मंत्री ने बताया लोग क्यों पूर्वोत्तर की यात्रा से डरते हैं
इंफाल: केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा है कि पूर्वोत्तर में ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए क्षेत्र के प्रति बनी गलत धारणा को बदलना होगा. मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह के साथ मणिपुर के उखरूल में तीसरे शिरुई लिली उत्सव का उद्घाटन करते हुए पटेल ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य […]
इंफाल: केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा है कि पूर्वोत्तर में ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए क्षेत्र के प्रति बनी गलत धारणा को बदलना होगा. मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह के साथ मणिपुर के उखरूल में तीसरे शिरुई लिली उत्सव का उद्घाटन करते हुए पटेल ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य से पूर्ण एवं समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर होने के बावजूद, क्षेत्र बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित नहीं कर पा रहा है.
उन्होंने कहा, “राज्य में ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करने के तरीकों की खोज के लिए सभी पक्षों को संयुक्त प्रयास करने की जरूरत है.” पटेल ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री को पत्र लिख कर पूछा है कि क्या केंद्रीय विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए कम से कम एक बार पूर्वोत्तर का दौरा करना अनिवार्य बनाया जा सकता है.
उन्होंने कहा, “ किसी ने कम उम्र में इस क्षेत्र को देखा तो ताउम्र इसे नहीं भूल पाएगा.” बुधवार से शुरू हुए चार दिवसीय महोत्सव का लक्ष्य लुप्तप्राय शिरुई लिली फूल के संरक्षण के बारे में जागरुकता फैलना और उखरूल को पर्यटन स्थल के तौर पर बढ़ावा देना है. शिरूई लिली दुर्लभ प्रजाति का फूल है जो केवल उखऊल जिले के शिरूई पर्वतीय क्षेत्र में पाया जाता है.
इस मौके पर बिरेन सिंह ने कहा कि भाजपा नीत शासन के ढाई वर्षों में राज्य में कानून-व्यवस्था सुधरी है. उन्होंने कहा, “ इससे पहले, पर्यटक खराब कानून-व्यवस्था के चलते राज्य के पहाड़ी इलाकों में जाने से डरते थे. हालांकि अब यह बदला है. ” मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राज्य के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए “ भौगोलिक स्थिति की जरूरत पर आधारित बजट” लाने के लिए केंद्र सरकार से अपील कर रही है.