नयी दिल्ली/मेक्सिको सिटी : अमेरिका में अवैध तरीके से रहने का सपना 311 भारतीय देख रहे थे लेकिन उनका यह सपना चकनाचूर हो गया. इन भारतीयों को वापस स्वदेश भेज दिया गया है. दरअसल, ये भारतीय चुपके से मेक्सिको से अमेरिका में घुसने की तैयारी में जुटे हुए थे. जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह बोइंग 747-400 चार्टर विमान से इन सभी भारतीयों को आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली पर उतारा गया. इन लोगों में एक महिला भी शामिल थी.
मेक्सिको के नेशनल माइग्रेशन इंस्टीट्यूट (आईएनएम) की ओर से जानकारी दी गयी है कि जो भारतीय नागरिक देश में नियमित रूप से ठहरने की शर्त को पूरा करने में सक्षम नहीं थे, उन्हें टोलुबा सिटी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बोइंग 747 से नयी दिल्ली भेज दिया गया. इन भारतीयों को ओक्साका, बाजा कैलिफोर्निया, वेराक्रूज, चियापास, सोनोरा, मेक्सिको सिटी, डुरांगो और तबास्को राज्यों में आव्रजन अधिकारी के सामने पेश किया गया था.
यहां चर्चा कर दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जून महीने में चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था कि यदि मेक्सिको ने अपने देश की सीमा से अमेरिका में घुसने वाले लोगों पर लगाम नहीं लगायी तो वह देश से होने वाले सभी आयातों पर सीमा शुल्क लगाने का काम करेंगे. इसके बाद मेक्सिको अपनी सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने और प्रवासियों को वापस भेजने की अपनी नीति को विस्तार देने पर सहमत हुआ.
मेक्सिको से घर वापसी करने वाले भारतीयों ने बताया कि उन्होंने अमेरिका में दाखिल होने के लिए एजेंट्स को 25 से 30 लाख रुपये तक चुकाये थे. एजेंट्स ने सभी भारतीयों को मेक्सिको बॉर्डर के जरिए अमेरिका में एंट्री करा देने का वादा किया था जिसमें वे सफल नहीं रहे और वे धोखाधड़ी का शिकार हो गये. एजेंट्स ने वहां पर नौकरी दिलाने की भी बात कही थी.