गोहाना: हरियाणा के गोहाना में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विरोधियों पर जमकर हमला किया. उन्होंने शुरूआत में रैली में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं लोकसभा के चुनाव में आपका आशीर्वाद लेने यहां नहीं पहुंच पाया था. लेकिन आपने न गिला किया, न शिकवा किया. पूरी ताकत से हमारा साथ दिया. तब से मेरा मन था कि एक बार आपके सामने जाकर आपको नमन करूं. आज से सौभाग्य मुझे मिला है. उन्होंने कहा कि जनता जर्नादन तो ईश्वर का रूप होती है. लेकिन जो जनता जर्नादन को ईश्वर न मानते हुए खुद को ही शहंशाह मानने लग जाते हैं, अहंकार में सातवे आसमान में पहुंच जाते हैं तो उनका वही हाल होता है जो हरियाणा की जनता ने लोकसभा चुनाव में करके दिखाया है.
विरोधियों पर प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि जिन्होंने हरियाणा की शांत, समर्थ और संकल्पशील बिरादरी में बंटवारे का जहर घोलने का प्रयास किया, उनको आपने सबक सिखा दिया. लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है, उसकी इच्छा ही सबसे ऊपर होती है. सोनीपत का मतलब ही है किसान, जवान और पहलवान. सोनीपत की इस त्रिशक्ति को मजबूत करने के लिए भाजपा सरकार ने भरपूर कोशिश की है. अगले पांच साल में इसी त्रिशक्ति के आधार पर हमने सशक्त हरियाणा, सशक्त भारत बनाने का फैसला किया है.
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आपको याद है ना क्या हुआ था 5 अगस्त को? 5 अगस्त को वो हुआ, जिसकी देश ने एक तरह से उम्मीद ही छोड़ दी थी. 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में भारत का पूरा संविधान लागू हुआ. 70 साल से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विकास में जो सबसे बड़ी रुकावट थी, वो हमने 5 हटा दी. उन्होंने कहा कि 5 अगस्त से कांग्रेस और उनकी साथ मिलीभगत वालों के पेट में ऐसा दर्द उठा है, जिसपर कोई दवा काम नहीं कर पा रही. पेट में दर्द, कांग्रेस की लाइलाज बीमारी बन गया है.
कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को ऐसी बीमारी हुई है कि हम स्वच्छ भारत की बात करते हैं तो कांग्रेस के पेट में मरोड़ होने लगती है. सर्जिकल स्ट्राइक की बात करते हैं तो कांग्रेस के पेट का दर्द बढ़ जाता है. कोई बालाकोट का नाम लेता है तो कांग्रेस दर्द के मारे छटपटाने लगती है. उन्होंने कहा कि अब तो देश भी यह जान गया है कि कांग्रेस को ये दर्द होता क्यों है? किसकी हमदर्दी किसके लिए है. आपने देखा होगा कि कांग्रेस के नेताओं के कश्मीर पर जो बयान आए वो किसके काम आ रहे हैं, उसका लाभ कौन उठा रहा है, कहां-कहां उसका इस्तेमाल किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ कांग्रेस की कौन सी केमिस्ट्री है? ये किसके लिए है? इस चुनाव में आपको इसका जवाब ढूंढना ही होगा. कांग्रेस को हरियाणा के उन वीर सपूतों की भावनाओं से बिल्कुल फर्क नहीं पड़ता, जो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की सुरक्षा के लिए वहां डटे हुए हैं. कांग्रेस ने मोदी को जितना भला-बुरा कहना है, कहे, लेकिन भारत मां का तो गौरव करें. सीमाएं इतनी भी न लाघें कि जो देश का नुकसान हो. 370 को हटाने की सबसे बड़ी विरोधी रही कांग्रेस अब हरियाणा को संभालने के लिए कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हरियाणा की उन माताओं की, उन बेटियों की संवेदना का बिल्कुल ख्याल नहीं है, जिन्होंने अपने सपूतों को, अपने सुहाग को, अपने पिता को मां भारती के लिए शहीद होते हुए देखा है. कांग्रेस को उन दलितों, पिछड़ों की संवेदनाओं की भी चिंता नहीं है, जिनको आजादी के सात दशक तक जम्मू-कश्मीर में उनके जायज अधिकार से वंचित रखा गया. कांग्रेस को ना तो भारत की एकता की चिंता है और न ही बाबा साहेब आंबेडकर के दिए हुए संविधान की.
आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनको मां भारती की चिंता नहीं है, जिन्हें माटी की चिंता नहीं है, उनकी चिंता हरियाणा कर सकता है क्या? इस चुनाव में ऐसे लोगों को चुन-चुक कर बाहर कर दीजिए. उन्हें कहिए कि अब बहुत हो गया. कांग्रेस के कुशासन में ना तो जवान सुरक्षित था, ना हरियाणा के किसान और न ही खिलाड़ियों का हित. किसान के खेत पर इन्होंने भ्रष्टाचार की फसल उगाई और खेल में इन्होंने घोटालों की उपज काटी.