कोलकाता/पुणे : रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय मूल के अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्हें वामपंथी विचारधारा वाला बताया. हालांकि, उन्होंने कहा कि अभिजीत बनर्जी जी को नोबेल पुरस्कार मिला, मैं उनको बधाई देता हूं, लेकिन उनकी समझ के बारे में आप सब जानते हैं. उनकी जो सोच है, वह वामपंथ से प्रेरित हैं. उन्होंने न्याय (कांग्रेस की योजना) के गुणगान गाये थे. भारत की जनता ने उनकी सोच को पूरी तरह से खारिज कर दिया.
उधर, पश्चिम बंगाल में विभिन्न राजनीतिक दलों ने अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के लिए चुने गये अभिजीत बनर्जी के खिलाफ टिप्पणी करने को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की आलोचना की है. इन राजनीतिक दलों ने कहा कि इससे भाजपा और भगवा कैंप की ‘संकीर्ण’ मानसिकता झलकती है.
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बंगाल ही नहीं, बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित करने वाले अभिजीत बनर्जी के खिलाफ भाजपा नेताओं की टिप्पणी भाजपा और भगवा कैंप की संकीर्ण मानसिकता की परिचायक है. वे (भाजपा नेता) अभिजीत बनर्जी के बारे में जितना कम बोलें, उतना ही अच्छा है. इससे बस भाजपा की संकीर्ण मानसिकता झलकती है.
वहीं, वरिष्ठ माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा कि यह बिल्कुल स्वाभाविक है कि भाजपा और पीयूष गोयल जैसे नेता अभिजीत बनर्जी को नहीं पसंद करेंगे और उन्हें छोटा दिखाने का प्रयास करेंगे. भाजपा पीएसयू, बीएसएनएल, रेलवे के निजीकरण में विश्वास करती है. यह उस बात के बिल्कुल विपरीत है, जो अभिजीत बनर्जी कहते आ रहे हैं. हम भाजपा नेताओं से देश के गौरव के खिलाफ टिप्पणियां करने से दूर रहने का अनुरोध भर कर सकते हैं.
इसके अलावा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद प्रदीप भट्टाचार्य ने गोयल की आलोचना करते हुए कहा कि नोबेल पुरस्कार विजेता द्वारा ‘न्याय योजना’ का समर्थन दर्शाता है कि लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी द्वारा इस योजना के पक्ष में उठाया गया कदम सही था. बनर्जी ने पत्नी ऐस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर के साथ अर्थशास्त्र के क्षेत्र में इस वर्ष का नोबेल पुरस्कार जीता है.