नयी दिल्ली : महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव में ज्यादातर एक्जिट पोल के पूर्वानुमान जमीनी सच्चाई से दूर रहे जिनमें कहा गया था कि दोनों राज्यों में भाजपा को प्रचंड जीत मिलने जा रही है और कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहने वाला है. दूसरी तरफ, इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया का इकलौता ऐसा एक्जिट पोल रहा जिसका पूर्वानुमान इन दोनों राज्यों में वास्तवित परिणाम के काफी करीब पहुंचा.
इंडिया टुडे-एक्सिस के एग्जिट पोल में 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा-शिवसेना को 166-194 सीटें और कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को 72-90 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. अब चुनाव परिणाम सामने आने के बाद यह स्पष्ट है कि महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को करीब 160 सीटें जीत सकती है. इसी तरह, इंडिया टुडे-एक्सिस एजेंसी ने अनुमान लगाया था कि 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा को 32 से 44, कांग्रेस को 30 से 42 और जननायक जनता को पार्टी को छह से 10 सीटें मिलेंगी. मतगणना के बाद उसका यह पूर्वानुमान सटीक दिखायी दिया क्योंकि भाजपा को 39, कांग्रेस को 32 और जजपा को 10 सीटें मिलती दिख रही हैं.
इसके अलावा दूसरी सभी प्रमुख एजेंसियों के एग्जिट पोल असल नतीजों से दूर रह गये. इन ज्यादातर सर्वेक्षण में यह अनुमान लगाया गया था कि महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहने वाला है. कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने इन एजेंसियों के सर्वेक्षण को लेकर तंज करते हुए कहा कि इनको फिर से सीखना चाहिए और देश से विनम्रता के साथ माफी मांगनी चाहिए. न्यूज18-इप्सॉस के एग्जिट पोल में भाजपा को 142 सीटें और उसकी सहयोगी शिवसेना 102 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया था. इस सर्वे में कांग्रेस और राकांपा को केवल 17 और 22 सीटें ही मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया था. लेकिन, वास्तविकता में कांग्रेस को 44 और राकांपा को 54 सीटें मिलती दिख रही हैं.
एबीपी-सीवोटर ने भाजपा-शिवसेना को 204 सीटें और कांग्रेस-राकांपा को 69 सीटें मिलने का अनुमान जताया था. उसने हरियाणा में भाजपा को 72 सीटें और कांग्रेस को आठ सीटें मिलने की भविष्यवाणी की थी. सीएनएन-इप्सॉस का अनुमान था कि हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस को क्रमशः 75 और 10 सीटें मिलेंगी. टाइम्स नाउ के चुनाव पश्चात सर्वेक्षण में कहा गया कि हरियाणा में भाजपा को 71 और कांग्रेस को 10 सीटें मिल सकती हैं. पिछले चुनाव में महाराष्ट्र में चारों प्रमुख अलग-अलग चुनाव लड़ी थीं. उसमें भाजपा को 122, शिवसेना को 63, कांग्रेस को 42 और राकांपा को 41 सीटें हासिल हुई थीं. इसी तरह पिछली बार हरियाणा में भाजपा को 47, इंडियन नेशनल लोक दल को 19 और कांग्रेस को 15 सीटें हासिल हुई थीं.