महाराष्ट्र: शिवसेना के तेवर तल्ख, 50-50 पर अड़ी, उद्धव को चाहिए लिखित आश्वासन
मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर पेंच फंसता नजर आ रहा है. यहां शिवसेना ने तल्ख तेवर अपना लिये हैं और भाजपा से लिखित आश्वासन मांगा है. पार्टी का कहना है कि वह आश्वासन मिलने के बाद ही सरकार को समर्थन देगी. शिवसेना ने 50-50 फॉर्म्युले की याद भाजपा को दिलायी है. मुंबई […]
मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर पेंच फंसता नजर आ रहा है. यहां शिवसेना ने तल्ख तेवर अपना लिये हैं और भाजपा से लिखित आश्वासन मांगा है. पार्टी का कहना है कि वह आश्वासन मिलने के बाद ही सरकार को समर्थन देगी. शिवसेना ने 50-50 फॉर्म्युले की याद भाजपा को दिलायी है. मुंबई में उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री में आज शिवसेना विधायक दल की बैठक हुई जिसके बाद पार्टी नेता प्रताप सरनायक पत्रकारों से रूबरू हुए.
सरनायक ने कहा कि आज की बैठक में तय हुआ है कि जैसा कि अमित शाह जी ने लोकसभा चुनाव से पहले 50-50 फॉर्म्युले का वादा किया था, उसको पूरा करने की जरूरत है. शाह के हिसाब से दोनों दलों को 2.5-2.5 साल सरकार बनाने का अवसर मिलना चाहिए. शिवसेना का मुख्यमंत्री भी होना चाहिए. उद्धव जी को भाजपा की ओर से लिखित आश्वासन दिया जाना चाहिए.
शिवसेना के तेवर देखकर ऐसा लग रहा है कि वह भाजपा से अलग राह भी पकड़ने पर विचार कर रही है. इधर, कांग्रेस ने शिवसेना को साथ लेने की बात कही है. हालांकि एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने साफ तौर पर कहा है कि वह शिवसेना के साथ जाने के बजाय विपक्ष में बैठना पसंद करेंगे.
पोस्टर: सीएम महाराष्ट्र आदित्य ठाकरे…
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद सूबे की कमान किसके हाथ में जाएगी इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म है. इसका मुख्य कारण शिवसेना है. आज नवनिर्वाचित शिवसेना विधायकों की चल रही बैठक के बीच मुंबई में उद्धव ठाकरे के घर के बाहर एक पोस्टर नजर आ रहा है. इस पोस्टर में लिखा है- सीएम महाराष्ट्र आदित्य ठाकरे…आपको बता दें कि चुनाव परिणाम आने के बाद से ही शिवसेना के सख्त तेवर में नजर आ रही है. शुक्रवार को वर्ली में भी ऐसे पोस्टर नजर आ चुके हैं.
क्या छपा सामना में
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘‘सामना’ में शुक्रवार को कहा कि इस जनादेश ने यह धारणा खारिज कर दी है कि दल बदलकर और विपक्षी दलों में सेंध लगाकर बड़ी जीत हासिल की जा सकती है. चुनाव में राकांपा और कांग्रेस ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया है. सम्पादकीय में परिणामों का विश्लेषण करते हुए कहा गया कि परिणाम दर्शाते हैं कि विपक्षियों को राजनीति में खत्म नहीं किया जा सकता. मराठी समाचार पत्र ने लिखा कि चुनावों के दौरान ‘‘भाजपा ने राकांपा में इस प्रकार सेंध’ लगायी कि लोगों को लगने लगा था कि शरद पवार की पार्टी का कोई भविष्य नहीं है. शिवसेना ने कहा कि लेकिन राकांपा ने 50 सीटों का आंकड़ा पार करके वापसी की और नेतृत्वहीन कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली. यह परिणाम सत्तारूढ़ों को चेतावनी है कि वे सत्ता का घमंड न करें. यह उन्हें सबक है.
संजय राउत का ट्वीट
शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को एक ट्वीट किया जिसके बाद सूबे की राजनीति के करवट लेने की बात कही जा रही है. संजय राउत ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किये कार्टून में चुनाव चिह्न ‘बाघ’ को एनसीपी का चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ पहने दिखाया है. यही नहीं कार्टून में भाजपा के चुनाव चिह्न ‘कमल’ को बाघ सूंघता नजर आ रहा है. इस कार्टून का कैप्शन उन्होंने दिया है- व्यंग चित्रकाराची कमाल! बुरा न मानो दिवाली है…