मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बुधवार को फिर से राज्य भाजपा विधायक दल के नेता चुने गये. इस बैठक में सभी 105 नवनिर्वाचित भाजपा विधायक उपस्थित थे. वहीं, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पार्टी उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद थे. यह बैठक दक्षिण मुंबई के विधान भवन में हुई.
तोमर ने कहा कि विधायक दल की बैठक में किसी अन्य नाम का प्रस्ताव नहीं किया गया. फडणवीस ने पार्टी विधायकों को, उन पर विश्वास करने और उन्हें राज्य की सेवा करने का एक और मौका देने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को भी धन्यवाद दिया. यह बैठक 24 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भाजपा और शिवसेना के बीच सत्ता में बराबर की हिस्सेदारी को लेकर टकराव की पृष्ठभूमि में हुई. शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच सरकार गठन में कुर्सी को लेकर खींचतान लगातार जारी है. शिवसेना भाजपा को 50-50 फॉर्मूले की याद दिला रही है, लेकिन भाजपा की ओर से इस पर कोई खास तवज्जो नहीं दी जा रही है.
शिवसेना को 288 सदस्यीय सदन में 56 सीटें मिली हैं, जबकि राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं. महाराष्ट्र में सत्ता साझा करने को लेकर भले ही शिवसेना के तेवर तल्ख हैं पर बीजेपी को उम्मीद है कि वह सरकार में शामिल होने के लिए राजी हो जायेगी. भाजपा की बैठक से पहले शिवसेना नेता संजय राउत उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री पहुंचे. जहां सरकार गठन को लेकर मंथन चल रहा है. शिवसेना ने गुरुवार को अपने विधायक दल की बैठक बुलायी है. बता दें कि इस बार शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी विधायक चुनकर आये हैं. ऐसे में उम्मीद जतायी जा रही है कि शिवसेना का विधायक दल का नेता उन्हें चुना जा सकता है. बता दें कि महाराष्ट्र में भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 विधायक मिले हैंजो कुल 161 का आंकड़ा बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक है.