नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार सुबह हवा की गति में वृद्धि होने से प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आयी, लेकिन वायु गुणवत्ता अब भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में तेज हवाएं चलने की संभावना है. सुबह 9.44 बजे, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 365 दर्ज किया गया. विवेक विहार, आनंद विहार और आईटीओ क्षेत्र में एक्यूआई क्रमशः 410, 395 और 382 दर्ज किया गया.
हवा में मामूली बढ़ोतरी के कारण सोमवार को रात साढ़े आठ बजे शहर का औसत एक्यूआई 370 दर्ज किया गया था. एक्यूआई 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में, नोएडा में एक्यूआई 388 दर्ज किया गया, जबकि गाजियाबाद में 378, फरीदाबाद में 363 और गुड़गांव में 361 दर्ज किया गया. दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को पांच नवंबर तक स्कूलों को बंद करने और निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया था. इस बीच, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक है.
मौसम विभाग के अनुसार, आर्द्रता का स्तर 74 प्रतिशत दर्ज किया गया. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि शाम के समय आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान ‘महा’ और एक पश्चिमी विक्षोभ से बुधवार और बृहस्पतिवार को राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तरी मैदानी हिस्सों में बारिश के आसार हैं जिससे स्थिति में और सुधार होगा.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार सोमवार को प्रदूषण के स्तर में महत्वपूर्ण सुधार हुआ। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार हवा की रफ्तार में वृद्धि से प्रदूषक तत्वों में छितराव हुआ. मौसम का पूर्वानुमान व्यक्त करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के महेश पलावत के अनुसार दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में छह और सात नवंबर को बारिश के आसार हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ से हवा की रफ्तार और भी बढ़ेगी.