दिल्ली पुलिस का सड़कों पर उतरना अमित शाह के नेतृत्व की नाकामी है: कांग्रेस
नयी दिल्लीः वकीलों के साथ झड़प के बाद दिल्ली पुलिस के विरोध प्रर्दशन पर कांग्रेस ने गृह मंत्री अिमत शाह पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा कि दिल्ली में पुलिस का सड़कों पर प्रदर्शन करना आजादी के बाद भारत के लिए सबसे बदतर स्थिति है और यह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व […]
नयी दिल्लीः वकीलों के साथ झड़प के बाद दिल्ली पुलिस के विरोध प्रर्दशन पर कांग्रेस ने गृह मंत्री अिमत शाह पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा कि दिल्ली में पुलिस का सड़कों पर प्रदर्शन करना आजादी के बाद भारत के लिए सबसे बदतर स्थिति है और यह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व की नाकामी है. साथ ही, विपक्षी पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था ‘जर्जर’ हो गई है. हजारों की संख्या में पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और शनिवार को साकेत अदालत के बाहर अपने सहकर्मी पर हुए हमले में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दावा किया कि देश में पहली बार ऐसा माहौल है, जिसमें दिल्ली पुलिस ने पुलिस मुख्यालय का घेराव किया है. उन्होंने दावा किया कि 72 साल में पहली बार राष्ट्रीय राजधानी में इस प्रकार का माहौल है, जहां कानून-व्यवस्था जर्जर हो गई है.
सुरजेवाला ने सवाल किया, लेकिन देश के गृहमंत्री कहां हैं, देश का राजनीतिक नेतृत्व कहां है, अमित शाह जी सामने क्यों नहीं आते और इस पूरे मामले का संज्ञान लेकर इसका हल और पटाक्षेप क्यों नहीं करते… उन्होंने ट्वीट कर कहा, दिल्ली पुलिस पर उपराज्यपाल का नियंत्रण नहीं है. दिल्ली पुलिस के प्रभारी गृह मंत्री, अमित शाह हैं. अमित शाह कहाँ ‘गुम’ हैं? गृह मंत्री सामने आ कर मामले को सम्भाल क्यूँ नहीं रहे? क्या गृह मंत्री देश की राजधानी में कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेदार नहीं हैं?
कांग्रेस प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा कि यह शाह और भाजपा के नेतृत्व की घोर नाकामी का उदाहरण हैं. उन्होंने कहा, क्या यह है भाजपा का ‘नया भारत’? यह विषय कब खत्म होगा. उन्होंने कहा कि एक षडयंत्रपूर्ण चुप्पी काम नहीं करेगी और गृहमंत्री छिप नहीं सकते. गौरतलब है कि पुलिसकर्मी कई घंटों से पुलिस मुख्यालय के बाहर और उनके परिवार के सदस्य इंडिया गेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन गृह मंत्री चुप्पी साधे हुए हैं.
सुरजेवाला ने कहा, गृहमंत्री अमित शाह चुप्पी साधे हुए हैं, जबकि उनके राज्य मंत्री ने ट्वीट हटा दिये. यह नेतृत्व की घोर नाकामी है. उन्होंने आरोप लगाया कि एक ओर तो वकीलों को गोली मारी जा रही है और उनकी पिटाई की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिस की पिटाई हो रही है. सुरजेवाला ने पूछा, कानून-व्यवस्था की और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के नागरिकों की रक्षा कौन करेगा…गृह मंत्री कहां हैं?
उन्होंने कहा, कहां हैं गृह मंत्री अमित शाह. कृपया सामने आएं और बताएं कि आप यह कैसे सुनिश्चित करेंगे कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कानून-व्यवस्था कायम रहे और पूरे मामले को विधि सम्मत तरीके से सुलझाया जाए. पार्टी के प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा, यह अभूतपूर्व स्थिति है. अगर कानून प्रवर्तन एजेंसियां ही सड़कों पर उतर आई हैं तो आम आदमी का क्या होगा?
उन्होंने कहा कि जब भी भाजपा सत्ता में आती है तो ऐसी घटनाएं होती हैं. गौरतलब है कि शनिवार को यहां तीस हजारी अदालत परिसर में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी. इस दौरान कम से कम 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए थे. कई वाहनों में तोड़फोड़ की गई या उनमें आग लगा दी गई.