ऑड-ईवन योजना को शत्रुघ्न सिन्हा ने किया खारिज, बोले- बातें कम और काम ज्यादा होना जाहिए

नयी दिल्लीः कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जो सम-विषम योजना लागू की है उससे इस समस्या का हल नहीं होने वाला. अपने समय के दिग्गज अभिनेता रहे सिन्हा ने कहा कि प्रदूषण से पूरा देश प्रभावित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2019 8:26 AM
नयी दिल्लीः कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जो सम-विषम योजना लागू की है उससे इस समस्या का हल नहीं होने वाला. अपने समय के दिग्गज अभिनेता रहे सिन्हा ने कहा कि प्रदूषण से पूरा देश प्रभावित है,खासतौर पर दिल्ली और इसलिए समाज का विभिन्न वर्ग इसे ले कर स्वाभाविक तौर पर चिंतित है.
उन्होंने यहां दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस पर ‘बातें कम’ होनी चाहिए और लोगों को प्रदूषण को नियंत्रित करने के समाधान सुझाने चाहिए. सिन्हा ने कहा,उच्चतम न्यायालय जिम्मेदारी तय कर रहा है….लेकिन अल्पावधि में क्या कदम उठाए जा रहे हैं? इस पर बात केवल बात करना और सम-विषम (लागू करना) कोई समाधान नहीं है.
कुछ माह पहले भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए सिन्हा ने क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) पर भारत द्वारा हस्ताक्षर नहीं करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने का श्रेय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिया. सरकारी सूत्रों के अनुसार भारत ने आरसीईपी पर हस्ताक्षर करने से सोमवार को इनकार कर दिया. आरसीईपी में आसियान के 10 सदस्यों के अलावा भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं.
सूत्रों के अनुसार, चीन का इस बात पर जोर था कि इस समझौते पर सोमवार को ही हस्ताक्षर हो जाए ताकि वह अमेरिका के साथ अपने व्यापार टकराव के प्रभाव को कुछ कम कर सके. सिन्हा ने कहा कि अगर भारत इसमें शामिल हो जाता तो इससे काफी नुकसान हो जाता और गांधी और कांग्रेस ने सरकार पर जो दबाव बनाया उसकी वजह से यह रुका.
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा सोनिया गांधी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लगातार विरोध ने देश को आरसीईपी से बचा लिया.

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