नयी दिल्ली: सब्जी बाजार में प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. खुदरा बाजार में हाल के दिन तक 50-55 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा प्याज सोमवार से 80 से 85 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है. प्याज की कीमतों में अचानक आए इस उछाल से लोगों का बजट बिगड़ गया है. लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि ऐसी स्थिति में क्या किया जाए. केवल आम नागरिक ही नहीं बल्कि सरकारें भी प्याज की कीमत में आए असमान उछाल से सकते में है.
प्याज की कीमत 80रु प्रति किलो पहुंची
आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सहित अधिकांश राज्यों में खुदरा बाजार में प्याज 80 से 85 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है. कहीं-कहीं तो प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी हैं. फिलहाल सरकार अपने स्टॉक के जरिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली केंद्रों में कम कीमत पर प्याज उपलब्ध करवाकर आमजनों को राहत पहुंचाने की कोशिश कर रही है. हालांकि ये नाकाफी है.
बारिश से खराब हो गयी प्याज की फसल
सवाल वही है कि आखिर क्या कारण है कि खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें इतनी अधिक हैं. किसानों का कहना है कि इस अक्टूबर दशहरा और दीवाली के दौरान लगातार बारिश हुई जिसकी वजह से खेतों में खड़ी टमाटर और प्याज की फसल खराब हो गयी. विशेष तौर पर प्याज के मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और कर्नाटक से प्याज की नई फसलों की आवक बाजार में घट गई है. जो पुरानी फसल है बाजार में वही बिक रहा है. इसलिए प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं.
राहत देगा उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय
केंद्र सरकार ने आमजनों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्याज का आयात करने का फैसला किया है. उपभोक्ता मामलों के सचिव अविनाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुआ अंतर-मंत्रालय समिति की बैठक में फैसला लिया गया है कि अफगानिस्तान, मिस्त्र, तुर्की और ईरान से प्याज का आयात किया जाएगा.
उपभोक्ता मामलों की दो टीमें राजस्थान पहुंचेंगी जहां जल्द ही 80 से 100 कंटेनरों में प्याज का आयात किया जाएगा. दावा है कि इससे आमजनों को तत्काल राहत पहुंचाया जा सकेगा.