20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

दुनियाभर के 11,000 से अधिक वैज्ञानिकों ने वैश्विक जलवायु आपातकाल की घोषणा की

नयी दिल्ली : दुनियाभर के 153 देशों के 11,000 से अधिक वैज्ञानिकों ने वैश्विक जलवायु आपातकाल की घोषणा की है. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि उन मानव गतिविधियों में व्यापक और स्थायी बदलाव के बिना बहुत बड़ा नुकसान होना तय है जिनका योगदान ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन से संबंधित अन्य कारकों में […]

नयी दिल्ली : दुनियाभर के 153 देशों के 11,000 से अधिक वैज्ञानिकों ने वैश्विक जलवायु आपातकाल की घोषणा की है. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि उन मानव गतिविधियों में व्यापक और स्थायी बदलाव के बिना बहुत बड़ा नुकसान होना तय है जिनका योगदान ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन और जलवायु परिवर्तन से संबंधित अन्य कारकों में होता है.

बायोसाइंस नामक पत्रिका में मंगलवार को प्रकाशित एक शोध-पत्र में, भारत से 69 सहित 11,258 हस्ताक्षरकर्ताओं ने जलवायु परिवर्तन के वर्तमान लक्षण को प्रस्तुत किया है और इससे निपटने के लिए उठाए जा सकने वाले प्रभावी कदमों का उल्लेख किया है.

जलवायु आपातकाल की घोषणा ऊर्जा उपयोग, पृथ्‍वी के तापमान, जनसंख्या वृद्धि, भूमि क्षरण, पेड़ों की कटाई, ध्रुवीय बर्फ द्रव्यमान, उत्पादन दर, सकल घरेलू उत्पाद और कार्बन उत्सर्जन सहित एक व्यापक क्षेत्र को कवर करने वाले सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा के 40 से अधिक वर्षों के वैज्ञानिक विश्लेषण पर आधारित है.

अमेरिका के ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी (ओएसयू) के कॉलेज ऑफ फॉरेस्ट्री में इकोलॉजी के एक प्रोफेसर विलियम जे रिप्पल ने कहा, 40 साल से चल रही प्रमुख वैश्विक वार्ताओं के बावजूद, हमने हमेशा की तरह व्यापार करना जारी रखा है और इस संकट को दूर करने में असफल रहे हैं. रिप्पल ने एक बयान में कहा, जलवायु परिवर्तन आ गया है और कई वैज्ञानिकों की अपेक्षा से भी कहीं तेज गति से बढ़ रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें