लंदन: ब्रिटेन के कोर्ट ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की नयी जमानत याचिका बुधवार को खारिज कर दी. इससे नीरव मोदी को तगड़ा झटका लगा है. नीरव ने मुचलके के तौर पर 40 लाख पाउंड की भारी धनराशि का भुगतान करने के साथ ही संदिग्ध आतंकवादियों के समान निगरानी में रखे जाने की पेशकश की थी लेकिन अदालत ने उसकी दलील को अनसुना कर दिया.
नीरव ने कोर्ट में कहा कि यदि उसे भारत को प्रत्यर्पित किया जाता है तो वह खुदकुशी कर लेगा. यही नहीं उसने कहा कि उसे जेल में ‘तीन बार’ पीटा गया. हालांकि इन सब दलीलों पर अदालत ने ध्यान नहीं दिया और उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी गयी.
आपको बता दें कि नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़े दो अरब डॉलर के धोखाधड़ी और धनशोधन मामले में भारत को प्रत्यर्पित किये जाने के खिलाफ मुकदमा लड़ रहा है. जमानत के लिए चौथी कोशिश के तहत नीरव ने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट के सामने याचिका दी थी. इसी कोर्ट में पिछली पेशी की तुलना में नीरव इस बार तंदुरूस्त लग रहा था. उसने सफेद रंग की कमीज और नीले रंग का स्वेटर पहन रखा था और वह बहुत ही स्मार्ट लग रहा था. सुनवाई के बाद वापस उसे वैंड्सवर्थ जेल भेज दिया गया.
49 वर्षीय नीरव वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में अपने वकील हुगो कीथ क्यूसी के साथ पहुंचा था. जमानत के लिए यह उसकी चौथीकोशिश थी. उनके वकील कीथ ने दावा किया कि नीरव को वेंड्सवर्थ जेल में दो बार पीटा गया. अप्रैल के महीने में और फिर हाल ही में मंगलवार को नीरव को पीटा गया. वकील का दावा है कि जेल में ही बंद दो अन्य कैदी नीरव के सेल में पहुंचे. उन्होंने दरवाजा बंद किया और उसे घूंसा मारा… इतना ही नहीं जमीन पर गिराकर नीरव की बुरी तरह पिटाई की गयी. जिस वक्त यह वाकया हुआ उन वक्त नीरव किसी से फोन पर बात कर रहा था.
कीथ ने आगे कहा कि यदि नीरव मोदी को मीडिया में ‘करोड़पति हीरा व्यापारी’ बताया जाता रहा तो इस तरह के हमले आगे भी हो सकते हैं. नीरव ने कहा कि अगर उसे भारत भेजे जाने का फैसला दिया गया होता तो वह खुदकुशी कर लेगा. आपको बता दें कि नीरव मोदी 19 मार्च को गिरफ्तारी के बाद दक्षिण-पश्चिम लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में है. भारत सरकार के अनुरोध पर स्कॉटलैंड यार्ड (लंदन पुलिस) ने प्रत्यर्पण वारंट की तामील करते हुए उसे गिरफ्तार करने का काम किया गया था.