जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी, मैदानी इलाकों में गिरा पारा
नयी दिल्लीः जम्मू-कश्मीर सहित देश के उत्तरी-पहाड़ी मैदानों में हुई भारी बर्फबारी से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पारा गिर गया है. सर्दी की आमद होती ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हुई है. इसके चलते पहाड़ी इलाकों में लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. वहीं श्रीनगर में बर्फबारी के चलते […]
नयी दिल्लीः जम्मू-कश्मीर सहित देश के उत्तरी-पहाड़ी मैदानों में हुई भारी बर्फबारी से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पारा गिर गया है. सर्दी की आमद होती ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हुई है. इसके चलते पहाड़ी इलाकों में लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं. वहीं श्रीनगर में बर्फबारी के चलते यातायात के साथ टेलीफोन सेवाएं भी ठप हो गई हैं. हालांकि बर्फबारी के चलते जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश घूमने जाने वाले पर्यटकों में भारी खुशी है.
Himachal Pradesh: Churdhar in Sirmaur district received snowfall, today. pic.twitter.com/PeqaC3o62i
— ANI (@ANI) November 7, 2019
जम्मू-कश्मीर में सर्दियां शुरु होते ही बुधवार को इस मौसम की पहली बर्फबारी दर्ज की गई. कश्मीर घाटी के मशहूर पर्यटन स्थल गुलमर्ग के ऊंचाई वाले स्थानों पर लगभग दो फुट बर्फ गिरी है वहीं तंगदूरी इलाके में डेढ़ फुट बर्फबारी हुई है.
बता दें कि इससे पहले मौसम विभाग ने मंगलवार को केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 5 से 8 नवंबर के बीच मौसम बिगड़ने और बर्फबारी की आशंका जताई थी. ताजा बर्फबारी और बारिश के चलते मैदान से पहाड़ों तक तापमान में भारी कमी आई है.वहीं गुलमर्ग में पर्यटकों के पहुंचने से पर्यटन व्यवसाईयों को चेहरे खिल गए हैं.
Jammu and Kashmir: Srinagar received snowfall today; visuals from around Lal Chowk area. pic.twitter.com/pmdP3hDUQk
— ANI (@ANI) November 7, 2019
जम्मू में श्री माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा में बारिश के चलते तापमान में में भारी गिरावट आई है. बुधवार तड़के सुबह से ही जहां एक ओर श्रीनगर के साथ-साथ घाटी के मैदानी इलाकों में भारी बारिश हो रही है.
जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में हुई भारी बारिश के चलते मैदानी इलाकों में शीत लहर का असर देखने को मिल रहा है. भारी बर्फबारी के चलते गुलमर्ग में अधिकतम और न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया, जबकि लेह का तापमान भी माइनस में चला गया.