पाकिस्‍तान जाने के लिए बेताब सिद्धू ने मोदी सरकार को लिखी तीसरी चिट्ठी

अमृतसर : पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्‍तान जाने को लेकर विदेश मंत्रालय को तीसरी चिट्ठी लिखी है. सिद्धू ने चिट्ठी लिखकर नौ नवंबर को पाकिस्तान में करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में शामिल होने की अनुमति मांगी. चिट्ठी में उन्होंने लिखा, बार-बार रिमाइंडर देने के बाद भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2019 6:17 PM

अमृतसर : पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्‍तान जाने को लेकर विदेश मंत्रालय को तीसरी चिट्ठी लिखी है. सिद्धू ने चिट्ठी लिखकर नौ नवंबर को पाकिस्तान में करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में शामिल होने की अनुमति मांगी.

चिट्ठी में उन्होंने लिखा, बार-बार रिमाइंडर देने के बाद भी आपने मुझे जवाब नहीं दिया कि सरकार ने मुझे उद्धाटन में जाने की अनुमति दी है या नहीं.

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखी चिट्ठी में सिद्धू ने कहा था कि पाकिस्तान सरकार ने गलियारे के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए उन्हें आमंत्रित किया है. यह गलियारा पाकिस्तान के करतारपुर स्थित दरबार साहिब को भारत के पंजाब में गुरदासपुर के स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ेगा.

सिद्धू ने लिखा, निमंत्रण आया है और जिसकी प्रति पहले ही जमा की जा चुकी है. कार्यक्रम बहुत स्पष्ट है. मेरा विनम्र निवेदन है कि नौ नवंबर की सुबह साढ़े नौ बजे से पहले गलियारे के जरिये सीमा पार करने की अनुमति दी जाए क्योंकि उद्घाटन समारोह के लिए सुबह 11 बजे का समय तय किया गया है.

उन्होंने कहा, एक विनम्र सिख की तरह मैं गुरुद्वारा दरबार साहिब (करतारपुर) सबसे पहले जाकर बाबाजी (गुरु नानक देवजी) को शुक्रिया देने के लिए मत्था टेकना चाहता हूं और संगत के साथ लंगर करना चाहता हूं. वहां सुबह उद्घाटन समारोह में शामिल होकर शाम को गलियारे के रास्ते लौट आऊंगा.

सिद्धू ने आगे लिखा, अगर ऐसा संभव नहीं हुआ तो मैं गुरुद्वारा दरबार सहिब (करतारपुर साहिब) एक दिन पहले यानि आठ नवंबर को वाघा सीमा के जरिये जाऊंगा और रात को गुरुद्वारा साहिब रुककर अगले दिन नौ नवंबर को उद्घाटन समारोह में शामिल होकर गलियारे के जरिये लौट आऊंगा.

सिद्धू ने उल्लेख किया कि अभी उनके पास पाकिस्तान का वीजा नहीं है. पत्र के अंत में कांग्रेस नेता ने लिखा, आपके (मंत्रालय) जवाब से मेरे भविष्य की गतिविधि निर्धारित होगी.

गौरतलब है कि करतापुर गलियारे के जरिये भारतीय श्रद्धालु बिना वीजा रावी नदी के उस पार पाकिस्तान के नरोवाल जिला स्थित करतारपुर साहिब का दर्शन करने के लिए जा सकेंगे.

हालांकि, उन्हें परमिट लेनी होगी. सिद्धू पिछले साल अगस्त में उस समय निशाने पर आ गए थे जब वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए थे और वहां के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था. कांग्रेस नेता ने तब दावा किया था कि बाजवा ने करतारपुर गलियारा खोलने संबंधी कोशिशों की जानकारी दी थी.

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