अपने ही घर में दो महीने से कैद थीं बुजुर्ग महिलाएं, पुलिस ने नौकरों के चंगुल से ऐसे छुड़ाया…
भोपाल : शहर के ईदगाह हिल्स इलाके के एक मकान में घरेलू सहायकों द्वारा लगभग दो माह से बंधक बनाकर रखी गयी दो बुजुर्ग महिलाओं को पुलिस ने कई ताले तोड़ने के बाद करीब चार घंटे तक चले अभियान के बाद बुधवार को मुक्त कराया. मामले में पुलिस ने 30 वर्षीय घरेलू सहायिका और 35 […]
भोपाल : शहर के ईदगाह हिल्स इलाके के एक मकान में घरेलू सहायकों द्वारा लगभग दो माह से बंधक बनाकर रखी गयी दो बुजुर्ग महिलाओं को पुलिस ने कई ताले तोड़ने के बाद करीब चार घंटे तक चले अभियान के बाद बुधवार को मुक्त कराया. मामले में पुलिस ने 30 वर्षीय घरेलू सहायिका और 35 वर्षीय घरेलू सहायक को गिरफ्तार किया है.
शाहजहांनाबाद पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक जहीर खान ने बताया कि मुक्त कराई गई बुजुर्ग महिलाओं में से एक रजिया सुल्तान (80) जेल विभाग से सेवानिवृत्त हुए पुलिस महानिरीक्षक मरहूम रशीद खान की पत्नी हैं और दूसरी रजिया की छोटी बहन राणा सुल्तान (75) जो रजिया के साथ ही रहती थीं. उन्होंने बताया कि अपनी पहली पत्नी की मौत के बाद रशीद खान ने रजिया से शादी की थी.
रशीद की पहली पत्नी से बेटा खालिद और उसकी पत्नी भी इसी मकान में रजिया के साथ रहते थे. दो महीने पहले दोनों रजिया और राणा को घर के घरेलू सहायकों के हवाले कर अमेरिका चले गये थे. इसके बाद दोनों घरेलू सहायकों ने दोनों महिलाओं को पिछले दो माह से घर में बंधक बना लिया और किसी से मिलने जुलने पर रोक लगाकर घर के बाहर ताले लगा दिये.
रजिया और राणा के भाई ने पुलिस को शिकायत की कि घर के घरेलू सहायकों लईक (35) और रुक्मणी (30) ने उनकी दोनों बहनों को घर में बंधक बना रखा है और उन्हें किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा है. खान ने बताया कि शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लईक को फोन किया तो उसने कहा कि वह घर से दूर कहीं पर है.
पुलिस द्वारा बाहर से ताले लगे मकान की जांच पड़ताल पर मकान के अंदर कुछ हलचल दिखाई दी. इसके बाद पुलिस ने चार घंटे के अभियान के तहत कई ताले तोड़कर मकान के अंदर घुसकर दोनों महिलाओं को बचाया.
अंदर एक कमरे में दोनों बुजुर्ग महिलाएं काफी कमजोर हालत में एक पलंग पर लेटी हुयीं थी और हैरानी की बात यह है कि दोनों घरेलू सहायक भी घर के अंदर ही पाये गये. उन्होंने बताया कि पुलिस ने रुक्मणी और लईक को भादवि की धारा 344 के तहत गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने बताया कि घर से मुक्त कराई गई दोनों महिलाओं का चिकित्सा परीक्षण कराने के बाद उनके भाई को सौंप दिया गया है.
उन्होंने बताया कि सदमे और कमजोर हालत के कारण फिलहाल दोनों महिलाओं के बयान नहीं हो सके हैं. इसके अलावा उनके बेटे खालिद और बहू की इस मामले में संलिप्तता की जांच के लिए उन्हें सात दिन के अंदर अमेरिका से भोपाल आने के निर्देश दिये गये हैं. खान ने बताया कि पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है.