मुंबई : महाराष्ट्र में भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे तनाव के बीच एनसीपी का बयान सामने आया है. महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं होने को लेकर एनसीपी ने भाजपा को आड़े हाथ लिया और आरोप लगाया कि भाजपा राज्य को राष्ट्रपति शासन की दिशा में ले जा रही है.
एनसीपी ने आगे कहा कि भाजपा राज्य को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के जरिए चलाना चाहती है.
एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की जनता राज्य के इस ‘अपमान’ को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि राज्य ने कभी भी ‘दिल्ली के तख्त’ के आगे घुटने नहीं टेके. राज्य में विधानसभा चुनाव 21 अक्टूबर को हुए थे और परिणाम की घोषणा 24 अक्टूबर को हुई थी. इसमें भाजपा 105 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी और उसकी सहयोगी शिवसेना को 56 सीटें मिली थी. इन दोनों में से किसी भी दल ने एक साथ या अलग-अलग सरकार गठन का दावा पेश नहीं किया है.
मलिक ने ट्वीट किया कि भाजपा महाराष्ट्र को दिल्ली से मोदी और शाह के जरिए चलाना चाहती है, इसीलिए वह राज्य को राष्ट्रपति शासन लगाने की दिशा में ले जा रही है. लोग महाराष्ट्र का यह अपमान सहन नहीं करेंगे. चुनाव में एनसीपी को 54 सीटें और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थी. सरकार गठन के लिए बहुमत का आंकड़ा 145 है.