करतारपुर कॉरीडोर: आज हुआ उद्घाटन, जानिए गुरुदासपुर में क्या बोले पीएम नरेंद्र मोदी

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंजाब के गुरूदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक से करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया. पाकिस्तान की तरफ से पीएम इमरान खान ने इस गलियारे का उद्घाटन किया. उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने वहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी किया. पीएम मोदी ने कहा कि गुरू नानकदेव जी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2019 1:36 PM

नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंजाब के गुरूदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक से करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया. पाकिस्तान की तरफ से पीएम इमरान खान ने इस गलियारे का उद्घाटन किया. उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने वहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी किया. पीएम मोदी ने कहा कि गुरू नानकदेव जी की 550वीं जयंती से पहले करतारपुर कॉरिडोर खुलने से हमें असीम खुशी मिली है. उन्होंने कहा कि भारत सहित दुनियाभर के तमाम सिख धर्मावलंबियों के लिए आज का दिन एतिहासिक है.

पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को दिया धन्यवाद

पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का उल्लेख करते हुए कहा कि मैं अपने पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर के निर्माण के लिए सकारात्मक पहल की, जिसकी वजह से भारत के सिखों को चेहरों पर मुस्कान आयी है. उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर गलियारे के निर्माण में सहयोग किया. उन्होंने कहा कि अब सिख धर्मावलंबियों के लिए गुरू नानकदेव से जुड़े इस पवित्र स्थल की यात्रा करना आसान और सुखद हो जाएगा जहां से रोजाना हजारों की संख्या में लोग इस पवित्र स्थल का दर्शन करने आ सकेंगे.

पीएम ने गुरुनानक देव की महिमा का बखान किया

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर सिखों के पहले गुरू नानकदेव जी की महिमा का बखान भी किया. पीएम मोदी ने कहा कि गुरुनानक देव केवल एक व्यक्तित्व नहीं बल्कि एक विचार थे. उनकी वाणी तथा उपदेश लोगों के लिए हमेशा जीवन का आधार रहे हैं. उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव ने करतारपुर में अपने जीवन के महत्वपूर्ण 18 साल बिताए थे. उन्होंने शारीरिक श्रम द्वारा अजीविका जुटाने का संदेश दिया और खुद भी खेतों में हल चलाए. उन्होंने कहा कि करतारपुर की फिजाओं में मेहनत से उपजी गुरूनानक देव जी के पसीने की गंध और उनके उपदेशों का अमृत घुला हुआ है.

उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने छोटे-बड़े, जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव किए बिना सामाजिक समरसता के साथ जीवन-यापन का संदेश दिया था. पीएम मोदी ने कहा कि गुरुनानक देव जी ने केवल मानव जाति के ही बारे में बात नहीं की थी बल्कि उनकी वाणियों में प्रकृति प्रेम स्पष्ट तौर पर परिलक्षित होता था. उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने हवा को गुरू, पानी को पिता और धरती को माता मानने की बात कही थी. पीएम मोदी ने कहा कि आज जब दुनियाभर में पर्यावरण असंतुलन को लेकर चिंता प्रकट की जाती है तो गुरुनानक देव काफी प्रासंगिक हो जाते हैं.

पीएम मोदी ने बताया सिखों के लिए क्या किया?

संबोधन में पीएम मोदी ने गुरुनानक देव से जुड़ी स्मृतियों तथा सिख समुदाय के लिए क्या किया, इसका भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि हमने अपने पहले कार्यकाल से लेकर अब तक अतीत में मिली स्मृतियों तथा समृद्धि को ना केवल सहेजा है बल्कि दुनियाभर में इसका विस्तार भी किया. उन्होंने कहा कि जब गुरुनानक देव जी का 555वां प्रकाश पर्व इतना नजदीक है तो दुनियाभर के विभिन्न देशों में मौजूद भारतीय उच्चायोग अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए गुरुनानक देव जी के विचारों तथा सिख धर्म से जुड़ी बातों को प्रचार कर रहा है.

उन्होंने कहा कि भारतीय उच्चायोग इसके लिए सिक्के तथा स्मारक बनवा रहा है. कीर्तन, सेमिनार तथा लगंर आदि का आयोजन करके गुरु नानकदेव तथा गुरुगोविंद सिंह के उपदेशों का प्रचार-प्रसार कर रहा है. बिहार की राजधानी पटना में हाल ही में गुरुगोविंद सिंह के नाम पर सिक्का चलाया गया.

सिख समुदाय के लिए केंद्र सरकार की योजनाएं

पीएम मोदी ने सिखों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का भी यहां उल्लेख किया. उन्होंने बताया कि हाल ही में गुजरात के जामनगर में 750 बेड का अस्पताल गुरुगोविंद सिंह जी के नाम पर बनकर तैयार हुआ है जहां सभी वर्ग के लोगों को बढ़िया इलाज मिल सकेगा. उन्होंने बताया कि सिखों के पवित्र धर्मग्रंथ, गुरुग्रंथ साहिब में उल्लिखित गुरुवाणी का विश्व की अलग-अलग भाषाओं में अनुवाद किया जा रहा है. उन्होंने इस मौके पर यूनेस्को को भी धन्यवाद दिया जो गुरुवाणी का अनुवाद करवाने में सहयोग कर रहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि विदेशों में बसे सिख समुदाय के लोगों तक गुरुवाणी तथा खालसा पंथ के विचारों को पहुंचाने के लिए कई पहल की गयी. उन्होने बताया कि ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी में हाल ही में एक चेयर्स बनाया है और ऐसी ही एक पहल कनाडा में की गयी है जहां सिखों की एक बड़ी आबादी रहती है. पीएम मोदी ने कहा कि चंडीगढ़ में एक अंतर्राज्यीय विश्वविद्यालय का निर्माण करवाया गया जहां देश के अलग-अलग हिस्सों से आए छात्र गुरुनानक देव के सिखाए सामाजिक समरसता का पाठ पढ़ सकेंगे. पीएम मोदी ने बताया कि बीते कुछ सालों में केंद्र सरकार ने 27 लाख सिख स्टूडेंट्स को छात्रवृत्ति प्रदान की है ताकि वो उच्च शिक्षा हासिल कर सकें.

सिख समुदाय से जुड़ी यादों को सहेजा जा रहा है

उन्होंने कहा कि सिख धर्म तथा समुदाय से जुड़ी स्मृतियों को सहेजने के लिए भी अनेक प्रयास किए जा रहे हैं. पीएम ने कहा कि सुल्तानपुर लोधी को एक हेरिटेज टाउन में बदलने की कवायद चल रही है जिसके तहत वहां कॉम्पलेक्स तथा म्यूजियम बनाया जा रहा है. देश के विभिन्न शहरों के बीत गुरुनानक देव की यादों से जुड़ी रेलगाड़ियां चलाई जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिखों के कई गुरूओं ने भारत की एकता और अखंडता स्थापित करने में योगदान दिया.

आजादी की लड़ाई के समय भी सिख युवकों ने अपनी कुर्बानियां दीं जिसका निशान आज भी जालियांवाला बाग में मौजूद है. उन्होंने कहा कि इसी साल जालियांवाला बाग हत्याकांड का 100 साल पूरा हुआ है और केंद्र सरकार इस स्मारक के आधुनिकीकरण की दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है.

विदेश में रहने वाले सिख समुदाय के लोगों के लिए क्या सुविधाएं केंद्र सरकार ने मुहैया करवाई हैं, इसका भी जिक्र पीएम मोदी ने किया. उन्होंने कहा कि हमने ऐसी नीति बनाई है जिसके जरिए पढ़ाई, पर्यटन या फिर धार्मिक प्रयोजनों से भारत आने के इच्छुक सिख भाई-बहनों को आसानी से वीजा तथा आईओसी कार्ड मिल सकेगा.

उन्होंने सिटिजन अमेंडमेंट बिल का जिक्र करते हुए कहा कि इस बिल के पास हो जाने से उन सिखों को फायदा होगा जो भारत की नागरिकता चाहते हैं.

भारत-पाकिस्तान का संयुक्त प्रयास है ये गलियारा

भाषण के आखिर में पीएम मोदी ने लोगों से अपील की कि वे गुरुनानक देव द्वारा सुझाए गए सत्य, मेहनत तथा सामाजिक समरसता के मार्ग पर चलें. पर्यावरण के अनुकूल विकास की गति को बढ़ाएं तथा समाज में धार्मिक तथा सामाजिक सौहार्द बनाए रखें. बता दें कि करतारपुर कॉरीडोर का निर्माण पंजाब स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान में करतारपुर स्थित दरबार साहिब गुरुद्वारा से जोड़ने के लिए कराया गया है जिसमें भारत-पाकिस्तान ने साथ मिलकर काम किया है.

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