महाराष्ट्र की राजनीति पर ओवैसी ने तंज कसा, कहा- ”पहले निकाह होगा, फिर तय करेंगे बेटी होगी या बेटा”

मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए गहमा गहमी के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने राज्य की राजनीति पर तंज कसा है. असदुद्दीन ओवैसी ने एक सवाल के जवाब में तंज कसते हुए कहा कि पहले निकाह होगा, उसके बाद सोचेंगे की बेटा होगा या बेटी. अभी तक निकाह ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 12, 2019 3:03 PM
मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए गहमा गहमी के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने राज्य की राजनीति पर तंज कसा है. असदुद्दीन ओवैसी ने एक सवाल के जवाब में तंज कसते हुए कहा कि पहले निकाह होगा, उसके बाद सोचेंगे की बेटा होगा या बेटी. अभी तक निकाह ही नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि अब एनसीपी और कांग्रेस शिवसेना को समर्थन देने जा रहे हैं. इससे आम जनता को तो पता चल जाएगा कि आखिर किसने किसका वोट काटा. दरअसल असदुद्दीन ओवैसी से जब पूछा गया कि अगर महाराष्ट्र में एनसीपी का मुख्यमंत्री बनता है तो उनकी पार्टी का क्या स्टैंड होगा? इसके जवाब में ओवैसी ने कहा, ”पहले निकाह होगा, उसके बाद सोचेंगे की बेटा होगा या बेटी. अभी तो निकाह ही नहीं हुआ है. कुछ नहीं कह सकते. ये सब खेल हो रहा है.
ओवैसी से जब पूछा गया कि क्या वह शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन का समर्थन करेंगे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, राज्य में किसी पार्टी के पास नंबर नहीं हैं. हम किसी का साथ नहीं देंगे. जिसके पास नंबर है वह सरकार बनाए. ओवैसी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपना असली चेहरा दिखा दिया है.
इससे पहले ओवैसी ने कहा था कि हम किसी भी हालत में शिवसेना या बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार का समर्थन नहीं करेंगे ओवैसी ने कहा कि बीजेपी और शिवसेना में कोई अंतर नहीं है. मैं इनमें से किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं करूंगा.
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन पर दुविधा और भी बढती जा रही है. पहले बीजेपी ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया, फिर शिवसेना तय डेडलाइन में समर्थन की चिट्ठी नहीं दे सकी. शिवसेना ने राज्यपाल से और 48 घंटे की मोहलत मांगी, जिसे राज्यपाल ने नहीं माना. अब राज्यपाल ने एनसीपी को सरकार बनाने का मौका दिया है.
आज यानी मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक एनसीपी को जवाब देना है. उससे पहले एनसीपी के सूत्रों के मुताबिक कहा गया कि जब तक कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं होती तब तक एनसीपी भी शिवसेना के साथ सरकार में नहीं जाएगी. इधर खबर है कि राज्यपाल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन के लिए सिफारिश कर दी है.

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