हिंदी में पढि़ये मेडिकल व इंजीनियरिंग

भोपाल : हिंदी प्रेमियों को अनूठी सौगात देने के लिए मध्यप्रदेश का अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय मेडिकल और इंजीनियरिंग के साथ ही विज्ञान की विभिन्न विधाओं, वाणिज्य और प्रबंधन की पढ़ाई हिंदी में कराने के लिए प्रयासरत है. विवि के आधिकारिक विज्ञप्ति में रविवार को बताया गया कि देश में प्रदेश का यह संभवत: […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2014 7:21 AM

भोपाल : हिंदी प्रेमियों को अनूठी सौगात देने के लिए मध्यप्रदेश का अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय मेडिकल और इंजीनियरिंग के साथ ही विज्ञान की विभिन्न विधाओं, वाणिज्य और प्रबंधन की पढ़ाई हिंदी में कराने के लिए प्रयासरत है.

विवि के आधिकारिक विज्ञप्ति में रविवार को बताया गया कि देश में प्रदेश का यह संभवत: पहला प्रयास है. यहां ज्ञान-विज्ञान की विभिन्न विधाओं में पीएचडी तथा एमफिल के साथ ही स्नातकोत्तर, स्नातक, प्रतिष्ठा, पत्रोपाधि, प्रमाण-पत्र और प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार किये गये हैं. इन उपाधियों और पाठ्यक्रमों के मूल्यांकन के लिए नवीनतम मूल्यांकन प्रणाली अपनायी गयी है.

* विवि में होंगे केंद्र: हिंदी बोली विशिष्ट अध्ययन केंद्र, भारत विद्या अध्ययन एवं अनुसंधान केंद्र, प्राचीन संस्कृति एवं सभ्यता अध्ययन केंद्र, विश्व सभ्यता एवं संस्कृति अध्ययन केंद्र, लोक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र, लोक स्वास्थ्य एवं वैकल्पिक चिकित्सा केंद्र, दृश्य एवं श्रव्य केंद्र, अनुवाद एवं प्रकाशन केंद्र, महिला अध्ययन केंद्र व छात्र अध्ययन केंद्र.

* तदर्थ प्राध्यापकों की पुनर्नियुक्ति करें:यूजीसी

नयी दिल्ली. दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में शिक्षकों की कमी को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने न्यूनतम पात्रता शर्तों को पूरा करनेवाले तदर्थ प्राध्यापकों को कुछ समय के लिए पुनर्नियुक्त करने को कहा है. यूजीसी के सचिव ने डीयू के सभी कॉलेजों के प्रचार्यों को पत्र लिख कर कहा कि ऐसी सभी रिक्तियों को नियमित आधार पर शीघ्रातिशीघ्र भरने के समस्त प्रयास करें. डीयू में शिक्षकों के मंजूर पदों की संख्या 1706 है, जिनमें से 902 पद रिक्त हैं. कई केंद्रीय विश्वविद्यालयों विशेष तौर पर नये विश्वविद्यालयों में आधारभूत संरचना और शिक्षकों की काफी कमी है.

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