महाराष्ट्र में सरकार : संजय राउत बोले – पवार को समझने के लिए 100 बार जन्म लेना होगा
नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर राकांपा के रुख को देखते हुए शिवसेना सांसदसंजय राउत ने मंगलवार को राकांपाप्रमुख शरद पवारपर तंज कसते हुए कहा कि वे क्या कहते हैंइसे समझने में 100 बार जन्म लेना होगा. शिवसेना सांसद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. इधर, शिवसेना ने 22 नवंबर […]
नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर राकांपा के रुख को देखते हुए शिवसेना सांसदसंजय राउत ने मंगलवार को राकांपाप्रमुख शरद पवारपर तंज कसते हुए कहा कि वे क्या कहते हैंइसे समझने में 100 बार जन्म लेना होगा. शिवसेना सांसद पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. इधर, शिवसेना ने 22 नवंबर को अपने सभी विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलायी है.
राउत ने पत्रकारों से कहा, आपको पवार और हमारे गठबंधन को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. दिसंबर की शुरुआत में शिवसेना के नेतृत्व में महाराष्ट्र में गठबंधन की स्थिर सरकार सत्ता में होगी. उन्होंने ने कहा कि सरकार गठन को लेकर हमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन मीडिया इस पर संदेह पैदा कर रहा है. उन्होंने कहा कि उनकी महाराष्ट्र के किसानों के मुद्दों पर राकांपा प्रमुख के साथ हमारी चर्चा हुई है. राउत ने कहा, क्या गलत है अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवार की तारीफ कर दी? इससे पहले मोदी ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि पवार उनके राजनीतिक गुरु हैं. इसलिए इसमें कोई राजनीति न देखें.
राउतने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवसेना ने ही महाराष्ट्र में भाजपा को खड़ा किया. सोमवार काे शरद पवार की कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद संजय राउत ने पवार से मुलाकात की थी. पवार ने सोनिया गांधी से मुलाकात केबाद सरकार गठन को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले और केवल इतना कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चर्चा नहीं हुई है और उन्होंने सोनिया को सिर्फ मौजूदा राजनीतिक हालात के बारे में जानकारी दी है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी और स्वाभिमानी शेतकारी संगठन जैसे उन छोटे दलों के साथ विचार-विमर्श किया जायेगा, जो कांग्रेस-राकांपा के साथ मिलकर चुनाव लड़े थे.
पवार की सोनिया से मुलाकात से पहले यह अटकलें लगायी जा रही थीं कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद महाराष्ट्र में सरकार गठन की तस्वीर पूरी तरह साफ हो जायेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने यह भी कहा कि सोनिया के साथ मुलाकात के दौरान साझा न्यूनतम कार्यक्रम को लेकर भी बात नहीं की गयी. इस मुलाकात के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि शरद पवार ने आज कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की और महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात के बारे में उन्हें अवगत कराया. उन्होंने कहा कि यह निर्णय लिया गया कि अगले एक या दो दिनों में एनसीपी और कांग्रेस के प्रतिनिधि दिल्ली में फिर मिलेंगे, जिसमें आगे के कदमों के बारे में चर्चा होगी.
इस बीच, सरकार गठन को लेकर राकांपा और कांग्रेस के रुख को देखते हुए शिवसेना ने 22 नवंबर को अपने सभी विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलायी है. शिवसेना के एक नेता ने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे बैठक को संबोधित करेंगे, जिसमें राज्य में सरकार गठन को लेकर पार्टी की भविष्य की रणनीति पर विचार-विमर्श किये जाने की उम्मीद है. महाराष्ट्र में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लागू है और कांग्रेस, राकांपा तथा शिवसेना सरकार गठन के रास्ते तलाश रही हैं. गौरतलब है कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के 24 अक्तूबर को घोषित चुनाव नतीजों में कोई भी पार्टी पूर्ण बहुमत के लिए जरूरी 145 सीटें हासिल नहीं कर पायी. भाजपा को 105 सीटों पर जीत मिली, जबकि शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं. गठबंधन कर चुनाव लड़ी भाजपा और शिवसेना को बहुमत तो मिला, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान के चलते वे मिलकर सरकार नहीं बना पायी.