Loading election data...

महाराष्ट्र में सरकार : NCP ने कहा- CM को लेकर शिवसेना के साथ 50-50 का फाॅर्मूला

नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का पद शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच बारी-बारी से साझा किया जायेगा. पहले ढाई साल मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा और उसके बाद के ढाई साल में यह पद राकांपा को मिलेगा. राकांपा सूत्रों ने बुधवार देर रात यह जानकारी दी. कांग्रेस के पास पूरे पांच साल के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2019 9:36 PM

नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का पद शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच बारी-बारी से साझा किया जायेगा. पहले ढाई साल मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा और उसके बाद के ढाई साल में यह पद राकांपा को मिलेगा. राकांपा सूत्रों ने बुधवार देर रात यह जानकारी दी. कांग्रेस के पास पूरे पांच साल के लिए उप मुख्यमंत्री का पद रहने की संभावना है. सूत्रों ने यह जानकारी दी.

गौरतलब है कि भाजपा मुख्यमंत्री का पद पूरेपांच साल अपने पास रखना चाहती थी, जबकि शिवसेना का कहना था कि ढाई-ढाई साल दोनों पार्टियों का मुख्यमंत्री होगा. इस पर भाजपा नहीं मानी और दोनों दलों के रास्ते अलग हो गये और गठबंधन की सरकार बनते-बनते रह गयी. इससे पहले महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक राकांपा प्रमुख शरद पवार के आवास परहुई. बैठक में सरकार गठन के तौर-तरीकों को तय करने पर चर्चा हुई. बैठक के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वी राज चह्वाण ने कहा कि चर्चा सकारात्मक रही और जल्द ही नयी सरकार का गठन हो जायेगा.

राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चह्वाण ने कहा कि चर्चा अभी एक-दो दिन और चलेगी. मलिक ने कहा, वैकल्पिक सरकार बनाने के लिए कई बिंदुओं पर चर्चा की. चर्चा अभी चलेगी. तीनों पार्टियों के साथ आये बिना कोई सरकार नहीं बन सकती. उन्होंने कहा, सरकार हम जल्द बनाने जा रहे हैं. हम जल्द ही इस निर्णय का एलान कर देंगे. दोनों नेताओं के बयानों से माना जा रहा है कि कांग्रेस ने शिवसेना के साथ गठबंधन को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, जयराम रमेश, मल्लिकार्जुन खड़गे, पृथ्वीराज चह्वाण, केसी वेणुगोपाल, बालासाहेब थोराट ने हिस्सा लिया. वहीं, राकांपा की ओर से बैठक में सुप्रिया सुले, अजित पवार, जयंत पाटिल, नवाब मलिक शामिल हुए. चह्वाण ने कहा राज्य में राष्ट्रपति शासन हटाने की जरूरत है.

पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा कि राकांपा और कांग्रेस के बीच राज्य में राष्ट्रपति शासन हटाने को लेकर बात हुई. उन्होंने कहा कि राज्य में अस्थिरता है और यहां एक मजबूत सरकार की जरूरत है. हालांकि, पृथ्वीराज चह्वाण ने शिवसेना के साथ गठबंधन पर सहमति को लेकर कोई ठोस जवाब नहीं दिया, लेकिन राष्ट्रपति शासन हटाने की जरूरत बताकर यह संकेत जरूर दिया कि अब शिवसेना के साथ जाने पर पार्टी को परेशानी नहीं है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कांग्रेस और राकांपा के बीच लंबी बात हुई.

Next Article

Exit mobile version