भगवान इंद्र का सिंहासन मिले तब भी शिवसेना भाजपा के साथ नहीं आएगी: संजय राउत
मुंबईःशिवसेना के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को यहां कहा कि शिवसेना को भगवान इंद्र के सिंहासन का प्रस्ताव मिले तब भी वह भाजपा के साथ नहीं आएगी. राउत ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस और राकांपा के साथ वाला त्रिदलीय गठबंधन जब सत्ता में आएगा तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद उनकी पार्टी को […]
मुंबईःशिवसेना के सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को यहां कहा कि शिवसेना को भगवान इंद्र के सिंहासन का प्रस्ताव मिले तब भी वह भाजपा के साथ नहीं आएगी. राउत ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस और राकांपा के साथ वाला त्रिदलीय गठबंधन जब सत्ता में आएगा तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद उनकी पार्टी को ही मिलेगा. अटकलें थी कि भाजपा मुख्यमंत्री पद शिवसेना के साथ साझा करने को तैयार है. इस बारे में सवाल पर राउत ने कहा, प्रस्तावों के लिए वक्त अब खत्म हो चुका है.
महाराष्ट्र की जनता शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहती है. यह पूछे जाने पर क्या तीनों गैर भाजपा दल शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करेंगे, इस पर राउत ने कहा, जब राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है तो ऐसे में राज्यपाल से मुलाकात क्यों करेंगे.
एनसीपी कांग्रेस से तय हो गई है बात
महाराष्ट्र में सरकार गठन का रास्ता आज साफ हो सकता है. बैठकों का दौर फिर आज जारी रहेगा. आज कांग्रेस-एनसीपी की शिवसेना के साथ बैठक होगी, जिसमें गठबंधन पर फाइनल मुहर लग सकती है. इसी के बाद गठबंधन का ऐलान किया जाएगा. माना जा रहा है कि गठबंधन सरकार की कमान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मिल सकती है.
Sanjay Raut, Shiv Sena: Shiv Sena Chief Minister will be there for full 5 years. #Maharashtra pic.twitter.com/RDt8hXCC11
— ANI (@ANI) November 22, 2019
शुक्रवार सुबह संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हर कोई चाहता है कि उद्धव ठाकरे ही मुख्यमंत्री का पद संभालें. सिर्फ शिवसेना में ही नहीं बल्कि तीनों पार्टियों की यही मांग है. राउत ने कहा कि तीनों पार्टियों की आज बैठक होनी है, जिसमें सभी मसलों पर फाइनल मुहर लग जाएगी. राउत ने कहा है कि शिवसेना के सीएम पर सबकी सहमति बनी है और पांच साल तक शिवसेना का ही मुख्यमंत्री रहेगा.
उन्होंने कहा है कि आने वाले दो दिनों में सीएम का नाम तय हो जाएगा. आपको बता दें कि मुंबई में आज एनसीपी-कांग्रेस-शिवसेना की बैठक होगी. इससे पहले 11 बजे शिवसेना विधायकों की अलग से बैठक होगी. फिर 12 बजे कांग्रेस-एनसीपी की बैठक की बैठक होगी. इसमें छोटे सहयोगी दल भी शामिल होंगे. दोपहर एक बजे कांग्रेस विधायकों की बैठक होगी जिसमें कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना जाएगा.
शाम को ही तीनों पार्टियों के विधायकों की बैठक होगी जिसमें सरकार के गठन पर बात होगी. इससे पहले गुरुवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से उनके घर जाकर बातचीत की थी.
वहीं कई दौर की बैठकों के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया था कि दोनों पार्टियों के बीच सभी मुद्दों पर सहमति बन गई है और अब शिवसेना के साथ बात होगी.
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर हलचल तेज है. शिवसेना की ओर से उद्धव ठाकरे का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए फाइनल माना जा रहा है. लेकिन अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद से इनकार करते हैं तो संजय राउत मुख्यमंत्री पद की रेस में आगे आ सकते हैं. उनका नाम इस वक्त सबसे आगे चल रहा है. राउत ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि कभी-कभी कुछ रिश्तों से बाहर आ जाना ही अच्छा है, अहंकार के लिए नहीं स्वाभिमान के लिए.
हमारे नेताओं का तर्क है कि बीजेपी को रोकने के लिए हम शिवसेना से हाथ मिलाने का जोखिम उठा रहे हैं।
मगर ‘तीन तिगाड़े काम बिगाड़े’वाली सरकार चलेगी कब तक?
फिर या तो बीजेपी किसी के साथ सरकार बनाएगी या चुनाव होंगे।
दोनों हाल में बीजेपी को फायदा होगा।
और नुकसान होगा काँग्रेस का।— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) November 22, 2019
इधर, कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने एक बार फिर ट्वीट कर अपनी पार्टी पर ही निशाना साधा है. संजय निरुपम ने ट्वीट किया कि आखिर ये तीन तिगाड़े काम बिगाड़े वाली सरकार कबतक चलेगी?