मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार गठन की प्रक्रिया के गति पकड़ने के बीच शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को अपनी पार्टी के विधायकों से मुलाकात की और राज्य में राजनीतिक हालात के बारे में उनसे चर्चा की. बैठक में उद्धव का गुस्सा भाजपा पर फूटा.
सूत्रों की मानें तो उन्होंने बैठक में कहा कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने की नौबत भाजपा के कारण आयी. भाजपा ने बाला साहेब को वचन दिया था कि सूबे में शिवसैनिक का मुख्यमंत्री होगा. भाजपा ने अपना वादा तोड़ा है. दोबारा चुनाव न हो, इसलिए हमें यह फैसला लेना पड़ा है. भाजपा की वजह से 25 साल पुराना साथ टूटा. उन्होंने अपने विधायकों को आश्वासन दिया और कहा कि आज रात तक सरकार बनाने को लेकर सबकुछ साफ हो जाएगा. खबरों की मानें तो विधायकों ने उद्धव से कहा कि आप सूबे की कमान संभालें.
इधर, बैठक के बाद शिवसेना के विधायक भास्कर जाधव ने बताया कि पार्टी के विधायकों को सरकार गठन की प्रक्रिया के संबंध में और कांग्रेस-एनसीपी नेताओं की दिल्ली में हुई बैठक के बारे में जानकारी देने के लिए यह बैठक बुलायी थी. ठाकरे ने बीती रात मुंबई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की थी.
जाधव ने कहा कि ठाकरे जो भी फैसला लेंगे वह शिवसेना के सभी विधायकों के लिए मान्य होगा. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि उद्धवजी या आदित्य ठाकरे मुख्यमंत्री बने. आपको बता दें कि राज्य में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव हुआ था, परिणाम 24 अक्टूबर को घोषित किये गये थे. जब किसी पार्टी या गठबंधन ने सरकार गठन के लिए दावा पेश नहीं किया तो 12 नवंबर को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया.