जम्मू-कश्मीर: मिला विस्फोटकों का जखीरा, भारतीय सेना ने नाकाम किया आतंक का मंसूबा
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिला स्थित एनएच-11 में खुडवानी पुल के पास आंतकियों ने 25 किलो आईडी विस्फोटक प्लांट किया था. आईडी एक्सप्लोसिव दो कंटेनरों में बंद था. सुरक्षाबलों के मुताबिक नागरिकों को अधिक से अधिक संख्या में नुकसान पहुंचाने और एक बड़ी आबादी में दहशत पैदा करने के लिए आंतकियों की तरफ से […]
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिला स्थित एनएच-11 में खुडवानी पुल के पास आंतकियों ने 25 किलो आईडी विस्फोटक प्लांट किया था. आईडी एक्सप्लोसिव दो कंटेनरों में बंद था. सुरक्षाबलों के मुताबिक नागरिकों को अधिक से अधिक संख्या में नुकसान पहुंचाने और एक बड़ी आबादी में दहशत पैदा करने के लिए आंतकियों की तरफ से ये हरकत की गयी थी. हालांकि बम निरोधक दस्ते ने विस्फोटकों को निष्क्रिय कर दिया है.
बम निरोधक दस्ते ने टाल दिया खतरा
भारतीय सेना द्वारा जारी बयान में बताया गया कि सेना के बम निरोधक दस्ते ने आईडी एक्सप्लोसिव से भरे दो कंटेनरों को जमीन से निकाला और खाली स्थान पर ले जाकर उन्हें नष्ट कर दिया. इलाके को सील कर दिया गया है और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. भारतीय सेना ने आम लोगों से संयम बरतने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का अनुरोध किया है.
Indian Army:If IED would have been initiated,it would have caused immense loss of precious lives&extensive damage to property, in addition to disrupting flow of traffic&creating panic in people. Such barbaric acts are an attempt to deter situation from returning to normalcy.(3/3) https://t.co/3cm6stElri
— ANI (@ANI) November 22, 2019
जानमाल का हो सकता था नुकसान
भारतीय सेना का कहना है कि शुरूआती छानबीन में पता चला है कि यातायात में खलल डालने तथा लोगों में दहशत पैदा करने के लिए आंतकियों द्वारा ये कदम उठाया गया. सेना का कहना है कि यदि विस्फोटकों में ब्लास्ट हो गया होता तो बड़ी संख्या में कीमती जिंदगियां हताहत हो सकती थीं और संपत्ति का भी व्यापक नुकसान होता. आशंका जताई जा रही है कि आतंकी घाटी की सामान्य होते हालात से बौखलाए हुए हैं.