मुंबई : महाराष्ट्र में शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी एनसीपी के समर्थन से मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर भाजपा के देवेंद्र फड़णवीस की वापसी के साथ ही महीने भर से चल रहे राजनीतिक गतिरोध का नाटकीय रूप से अंत हो गया.
सूबे में राजनीतिक घटनाक्रम के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि कल अजीत पवार बैठक में हमसे बात नहीं कर रहे थे. उनकी बॉडी लैंग्वेज ही अलग थी, शरद पवार को भी यह महसूस हो गया था. थोड़ी देर में अजीत पवार बाहर चले गये थे और उनका फोन बंद हो गया था. इस घटनाक्रम से शरद पवार का कोई लेना-देना नहीं है.
आगे संजय राउत ने कहा कि सत्ता और धन का दुरुपयोग किया गया. अंधेरे में पाप होता है, चोरी होती…जिस तरह से अंधेरे में शपथ दिलायी गयी, इससे शिवाजी महाराज के नाम को बदनाम किया गया है. उन्होंने कहा कि अजीत पवार ने महाराष्ट्र की पीठ में खंजर घोपा, इससे शरद पवार का कोई संबंध नहीं है. यह धोखा महाराष्ट्र की जनता और छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ हुआ है.
संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार संपर्क में हैं और आज मुलाकात करेंगे. एक साथ मीडिया को भी आज संबोधित कर सकते हैं.