मुंबई : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के तौर पर एक बार फिर भाजपा के देवेंद्र फड़णवीस की वापसी के साथ ही महीने भर से चल रहे राजनीतिक गतिरोध का नाटकीय रूप से अंत तो हो गया लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या एनसीपी दो फाड़ हो गयी है या सभी 54 विधायकों ने भाजपा का समर्थन किया है ?
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि हमने अटेंडेंस के लिए सभी विधायकों के हस्ताक्षर लिये थे, उसका गलत इस्तेमाल किया गया. उन्होंने कहा कि ये धोखे से बनायी गयी सरकार है और विधानसभा के फ्लोर पर हारेगी. सारे विधायक हमारे साथ हैं. इधर, एनसीपी नेता और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का दर्द भी सामने आया है. उन्होंने अपने वॉट्सऐप स्टेटस में लिखा कि पार्टी और परिवार टूट गये…
एनसीपी चीफ शरद पवार ने एनसीपी के सभी विधायकों की बैठक शाम साढ़े 4 बजे बुलाई है.