बेंगलुरु : कर्नाटक में पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के बाद लक्ष्मण सावदी के उप मुख्यमंत्री बने रहने के बारे में जारी अटकलों के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को आश्वस्त किया कि वह पूरे समय तक उप मुख्यमंत्री बने रहेंगे. भाजपा ने सावदी को उप मुख्यमंत्री बनाया था, जबकि वह किसी भी सदन के सदस्य नहीं थे. पार्टी ने अथानी में होने वाले उप चुनाव के लिए उन्हें टिकट नहीं दिया है. इसके बाद मंत्रिमंडल में उनके बने रहने पर अटकलबाजी शुरू हो गयी है.
येदियुरप्पा ने कहा कि मैं इस क्षेत्र के मतदाताओं तथा अपने कार्यकर्ताओं को यह साफ कर देना चाहता हूं कि वह उप मुख्यमंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री बने रहेंगे. उन्होंने अथानी में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अगर यहां के मतदाता यह सोचते हैं कि उप चुनाव के बाद उप मुख्यमंत्री के रूप में लक्ष्मण सावदी को कोई कठिनाई होगी, तो इसका कोई मतलब नहीं है. राष्ट्रीय अध्यक्ष (भाजपा के अमित शाह) ने स्वयं आश्वासन दिया है कि वह पूरे कार्यकाल तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अथानी में शुरुआत में कुछ मतभेद और भ्रम था. सावदी ने सब सुलझा लिया है. एक बागी ने पर्चा दाखिल किया था, जिसने वापस ले लिया. दोनों सीटें (अथानी एवं कगवाड़) सीट जीतने की जिम्मेदारी सावदी की है. भाजपा इस सीट से अयोग्य ठहराये गये कांग्रेस विधायक महेश कुमातल्ली को मैदान में उतारा है.
राज्य में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के कुमातल्ली ने भाजपा के सावदी को इसी सीट पर हराया था. प्रदेश के एक अन्य विधानसभा क्षेत्र कगवाड़ से भाजपा ने अयोग्य ठहराये गये कांग्रेस के एक अन्य विधायक श्रीमंत पाटिल को अपना प्रत्याशी बनाया है.