NCP के विधायक दल के नेता पद से बर्खास्त किये गये अजित पवार, पार्टी में वापस लौटे समर्थन देने वाले MLA
मुंबई : महाराष्ट्र में भाजपा के साथ हाथ मिलाने एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शनिवार को शपथ लेने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने विधायक दल के नेता अजित पवार को पद से बर्खास्त कर दिया है. सूत्रों ने आज यहां इसकी जानकारी दी. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि एनसीपी के […]
मुंबई : महाराष्ट्र में भाजपा के साथ हाथ मिलाने एवं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शनिवार को शपथ लेने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने विधायक दल के नेता अजित पवार को पद से बर्खास्त कर दिया है. सूत्रों ने आज यहां इसकी जानकारी दी. पार्टी के सूत्रों ने बताया कि एनसीपी के विधायकों की यहां बैठक में अजित पवार को पद से बर्खास्त करने का निर्णय किया गया.’ इस बैठक में पार्टी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद थे. इसके साथ ही, खबर यह भी है कि जो विधायक अजित पवार के साथ चले गये थे, वे दोबारा पार्टी में वापस आ गये हैं.
देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में अजित पवार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले एनसीपी विधायकों की सही संख्या के बारे में भ्रम की स्थिति बने रहने के बीच दावा किया गया है कि कम से कम सात विधायकों ने पार्टी में वापसी करते हुए शरद पवार के प्रति अपनी वफादारी दिखायी है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार कुछ विधायकों के साथ भाजपा से हाथ मिला लिया और उप मुख्यमंत्री के रूप में शनिवार की सुबह शपथ ली.
फडणवीस ने राज्य में दूसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. नासिक जिले के एनसीपी विधायक दिलीप बंकर एवं माणिकराव कोकाटे ने अलग अलग ट्वीट करके कहा कि शपथग्रहण समारोह के बारे में उन्हें अंधेरे में रखा गया था. दोनों विधायकों ने कहा कि वह एनसीपी के साथ हैं और उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के प्रति अपनी एकजुटता दिखायी. इससे पहले पांच एनसीपी विधायक (राजेंद्र सिंगणे (बुलढाणा), संदीप क्षीरसागर (बीड), सुनील शेल्के (मवाल), सील भुसारा (विक्रमगाड), नरहरि जिरवाल (डिंडोरी) और सुनील टिंगरे,वडगांव शेरी) ने सुबह शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के बाद वापस पार्टी में लौट आये.
पर्ली से एनसीपी विधायक धनंजय मुंडे के बारे में कहा गया था कि वह भी राजभवन में आयोजित समारोह में शामिल थे. हालांकि, शरद पवार की ओर से चल रही पार्टी के विधायकों की बैठक में वह शामिल हुए हैं. एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सुप्रिया सुले को टैग करते हुए कोकाटे ने ट्वीट किया कि मैं पार्टी के खिलाफ नहीं गया हूं. अजितदादा पवार ने मुझे कहा, तो मैं राजभवन पहुंचा. चूंकि, वह पार्टी विधायक दल के नेता हैं, इसलिए मैने उनके आदेश का पालन किया.
सिन्नार विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधितव करने वाले कोकाटे ने लिखा कि वहां क्या होने जा रहा है, इसकी मुझे भनक तक नहीं थी. मैं पार्टी के साथ हूं. लिये गये फैसले को मैं कभी नहीं बदलूंगा. निफाड के विधायक बंकर ने भी कहा कि उनका भरोसा पार्टी प्रमुख शरद पवार के नेतृत्व में है. बंकर ने कहा कि उन्हें भी अजित पवार की ओर से राजभवन पहुंचने के लिए कहा गया था और वहां क्या होने वाला है, इसकी कोई जानकारी उन्हें नहीं थी.
इससे पहले, शरद पवार के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिंगणे ने कहा कि जब मैं राजभवन पहुंचा, तो मैंने देखा कि आठ से 10 विधायक वहां पहले से मौजूद हैं. हममें से किसी को यह पता नहीं था कि हमें वहां क्यों बुलाया गया है. शपथग्रहण समारोह के बाद हम पवार साहब से मिलने गये. उन्होंने कहा कि यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि कुछ गलतफहमी थी. चूंकि, अजित पवार ने हमें बुलाया था.
शरद पवार ने इससे पहले कहा था कि अजित पवार एनसीपी विधायक दल के नेता हैं और यही कारण है कि उनके पास सभी 54 विधायकों के हस्ताक्षर, नाम एवं विधानसभा क्षेत्रवार सूची मौजूद थी, जो पार्टी के आंतरिक कार्यों के लिए थी. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि उसने वही सूची राज्यपाल को समर्थन पत्र के तौर पर सौंपी है. अगर यह सही है, तो राज्यपाल को गुमराह किया गया है. महाराष्ट्र के 288 सदस्यीय सदन में भाजपा के 105, शिवसेना के 56, एनसीपी के 54 तथा कांग्रेस के 44 विधायक हैं. बहुमत का आंकड़ा 145 है.